JHARKHAND NEWS : धनबाद जिले के भागा निवासी टायर शोरूम के मालिक रंजीव साव की हत्या में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जेल में बंद बस्ताकोला एना इस्लामपुर निवासी सद्दाम अंसारी और जोड़ापोखर के भोलू यादव ने पुलिस को दिए इकबालिया बयान में यह अहम जानकारी दी है। दोनों ने पुलिस को बताया कि शूटर अमन सिंह ने दोनों से कहा था कि झरिया के नेता सह बड़े कारोबारी रमेश पांडेय ने रंजीत साव की हत्या के लिए संपर्क किया है। इस काम को करना है। तुमलोग उसका मूवमेंट पता करो, मेरा गुर्गा लोग काम कर देगा।
सद्दाम और भोलू यादव को पुलिस ने लिया था रिमांड पर
रंजीव साव हत्याकांड में शूटरों और मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए झरिया पुलिस ने जेल में बंद अमन सिंह के गुर्गे सद्दाम अंसारी और भोलू यादव को न्यायालय के आदेश पर रिमांड पर लिया था। रिमांड पर दोनों ने रंजीत साव की हत्या से जुड़ी कई जानकारियां दीं। इससे पहले 15 मई को इस मामले में पुलिस ने चावल कारोबारी झरिया भागा गाड़ीवान पट्टी निवासी विजय गर्ग उर्फ बिजू पंसारी और झरिया लोदना रसूलबाद निवासी हुंमायू को देसी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। विजय गर्ग और हुंमायू ने पुलिस को दिए स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि उन दोनों ने जेल में बंद सद्दाम और भोलू यादव के कहने पर रंजीत साव की रेकी थी। विजय गर्ग से भी रंजीत साव की पुरानी अदावत थी। इसलिए हत्या के लिए उसने भी एक लाख रुपए एक दवा दुकानदार के माध्यम से हुंमायू तक पहुंचवाए थे।
धनबाद जेल में अमन के साथ बंद थे सद्दाम व भोलू
रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में सद्दाम ने पुलिस को बताया कि आर्म्स एक्ट (बरवाअड्डा शोरूम पर हमला) में वह नौ महीने पूर्व जेल गया था। जेल में वह वार्ड नंबर तीन में अमन के साथ रहता था। जेल में ही उसकी पहचान दुष्कर्म के केस में जेल आए भोलू यादव से हुई थी। अमन को कह कर उसने भोलू को भी वार्ड नंबर तीन में रखवा दिया था। रामनवमी के आसपास अमन सिंह उसे और भोलू को बोला था कि झरिया भागा क्षेत्र में एक काम करवाना है। इस काम से पैसा भी आ जाएगा और उधर खौफ भी पैदा हो जाएगा। अमन सिंह ने एक मोबाइल भी दिया। कहा गया कि एक भरोसे का आदमी तैयार करो। इसी बीच विजय गर्ग चावल हेराफेरी के केस में जेल आ गया। दोनों ने विजय को अमन से मिलवाया तो अमन सिंह ने बताया कि चौथाई कुल्ही में टायर शोरूम चलाने वाले रंजीत साव की हत्या करानी है। विजय की भी रंजीत से दुश्मनी थी। इसलिए वह भी हत्या के लिए एक लाख रुपए देने को तैयार हो गया।
अमर रवानी ने शूटर बन लिया था 70 हजार
पुलिस को दिए बयान में सद्दाम और भोलू यादव ने बताया कि दवा दुकानदार के माध्यम विजय ने हुंमायू को एक लाख रुपए दिलवाए थे। इसमें 70 हजार रुपए उसने शूटर बसेरिया निवासी अमन रवानी को दिए थे। पुलिस को जानकारी मिली है कि यह वही अमर रवानी है, जिसकी तलाश पुलिस एक साल से जमीन कारोबारी लाला खान की हत्या में कर रही है।
आशीष का नया नाम काल भैरव
सद्दाम ने पुलिस को बताया कि 29 अप्रैल को अमन सिंह ने बोला था कि काल भैरव धनबाद आ रहा है। अमन सिंह शूटर आशीष रंजन उर्फ छोटू को काल भैरव के नाम से बुलाता था। अमन सिंह ने उसी दिन कहा था कि आज काम करना है। विजय गर्ग से रंजीत साव का लोकेशन लो। इसके बाद सद्दाम और भोलू विजय गर्ग से रंजीत का लोकेशन लेते रहे और अमन सिंह को देते रहे। अमन सिंह ने ही जेल में दोनों को बताया था कि रंजीत का काम तमाम हो गया।