Bokaro news : महज एक छोटी सी बात ने बात का बतंगड़ बना डाला और देखते ही देखते तीन अबोध काल के गाल में समा गए। घटना बोकारो के गोमिया की बड़की सीधाबारा पंचायत स्थित मुरपा गांव की है। यहां कलावती नाम की एक महिला ने पहले बारी-बारी से अपने चार बच्चों को कुएं में फेंक डाला, फिर खुद भी छलांग लगा दी। इस घटना में उसके तीन बच्चे काल के गाल में समा गए। जबकि, कलावती और उसकी बड़ी बेटी को गांववालों ने बचा लिया। बस एक छोटी सी बात में इतनी बड़ी घटना घटी, जिससे पूरा गांव मर्माहत है। आखिर वह कौन सी बात थी, आइए जानें…
पांचों को कुआं की ओर जाता देख पति, उसका बड़ा भाई और ग्रामीण दौड़े, पर…
ग्रामीणों ने बताया कि मुरपा गांव के गंझू टोला में रंजीत गंझू की पत्नी कलावती देवी घर में आए दिन होने वाली कलह से परेशान थी। इसी बीच शनिवार की देर रात वह घर के नजदीक बने कुएं पर गई और इस घटना को अंजाम दिया। इधर, उन सभी को कुएं की ओर जाते देख रंजीत गंझू व उसका बड़ा भाई वासुदेव गंझू दौड़ा। आसपास के गांववाले भी दौड़े। गांव के तीन युवक भी कुएं में इन सभी को बचाने के लिए कूद गए। उन्होंने महिला व उसकी बड़ी बेटी नौ वर्षीय वीणा कुमारी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन तीन बच्चों-पांच साल की अंकिता कुमारी, तीन साल के सचिन कुमार व दो साल की पीहू कुमारी को नहीं बचाया जा सका।
बीमार भतीजी को इलाज कराने ले गया था रंजीत, इससे नाराज थी कलावती
बहरहाल, इस घटना के बाद पति रंजीत बदहवास है। उसकी मानें तो शनिवार की शाम बीमार भतीजी को इलाज कराने के लिए ले जाने के बाद पत्नी कलावती देवी से विवाद हुआ था। उसके बाद वह बच्चों को कुएं में फेंककर कूद गई। रस्सी व झग्गड़ के सहारे घंटों खोजबीन के बाद आधी रात में तीन बच्चों को मृत अवस्था में निकाला। उसका कहना है कि अब भी यकीन नहीं हो रहा कि पत्नी ने मामूली सी बात पर इतना बड़ा कदम उठा लिया।