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दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का उत्थान केन्द्र सरकार को पसन्द नहीं : कल्पना सोरेन 

दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का उत्थान केन्द्र सरकार को पसन्द नहीं : कल्पना सोरेन 

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45 वें स्थापना दिवस पर हजारीबाग में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने किया शक्ति प्रदर्शन 

Hazaribagh news : पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन गुरुवार को हजारीबाग पहुंचीं। वहां उन्होंने बतौर मुख्य अतिथि अपना सम्बोधन दिया। आयोजन में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कल्पना सोरेन ने केन्द्र सरकार पर जम कर निशाना साधा। उन्होंने हेमन्त सरकार के कार्यों के बारे में लोगों को जानकारी दी। साथ ही, लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवार जयप्रकाश भाई पटेल को विजयी बनाने की अपील की। इस दौरान उन्होंने हजारीबाग वासियों से माफी भी मांगी कि आने में विलम्ब हो गया। दरअसल, एक सप्ताह में सिर्फ गुरुवार को ही जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात करने का दिन है। वह हेमन्त सोरेन से मुलाकात करने के पश्चात हजारीबाग पहुंची। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने हजारीबाग में झारखंड मुक्ति मोर्चा के वीर शहीद और दिवंगत पार्टी के नेताओं को नमन किया। कल्पना सोरेन ने कहा कि झारखंड राज्य का गठन आन्दोलन का ही परिणाम है। हेमन्त सोरेन भी आन्दोलन और जनकल्याण योजनाओं को धरातल पर लाने के कारण ही जेल गये हैं। उनकी सोच अंतिम पायदान के लोगों को भी सुविधा पहुंचना थी। इस बात से घबरा कर केन्द्र की सरकार ने उन्हें जेल भेज दिया। केन्द्र सरकार को यह पसंद नहीं था कि एक दलित आदिवासी और अल्पसंख्यक समाज से कोई युवा आगे बढ़े। अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी हेमन्त जी ने जान जोखिम में डाल कर राज्यवासियों की सेवा की। यही नहीं, देश को आक्सीजन भी पहुंचाने का काम हेमन्त सोरेन ने किया। उन्होंने कहा कि हेमन्त सोरेन में आदिवासी का डीएनए है। उनके पिता ने महाजनों के खिलाफ मोर्चा खोला था। झारखंड अलग राज्य बनाया और एक बार फिर हेमन्त सोरेन आन्दोलन के कारण ही जेल में हंै। एक दिन जेल का ताला टूटेगा और राज्य के जुझारू नेता बाहर निकलेंगे। उन्होंने केन्द्र सरकार पर जम कर निशाना साधा और कहा कि भाजपावाले चाहते हैं कि देश में एक नेता हो और एक पार्टी चले। एक ही राज्य का विकास हो। झारखंड के लोगों से केन्द्र के नेता सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। झारखंड के लोगों से नफरत करते हैं। ऐसे में आनेवाले चुनाव में गठबंधन के उम्मीदवार जयप्रकाश भाई पटेल को वोट देकर विजयी बनाना है, ताकि उन्हें मुकम्मल जवाब मिल सके। भाषण के दौरान कल्पना सोरेन कई बार भावुक भी हुईं और अपने आंसू पर नियंत्रण करते हुए लोगों से कई ऐसी बातें कहीं, जो आम जनता को भावुक कर गयीं। 

उल्लेखनीय है कि हजारीबाग में पहली बार झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मटवारी गांधी मैदान में सुबह से ही जमे रहे। लगभग 11बजे से लोगों का आने का कारवां शुरू हुआ, जो शाम 05 बजे समाप्त हुआ। झारखंड मुक्ति मोर्चा अपना 45 वां स्थापना दिवस हजारीबाग में मनाया। इस स्थापना दिवस में झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के कई वरीय पदाधिकारी शामिल हुए। इसमें मुख्य रूप से राज्यसभा सांसद महुआ मांझी, झारखंड सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर, टुंडी विधायक मथुरा महतो, गिरिडीह विधायक सुदीप कुमार सोनी हजारीबाग के संगठन प्रमुख संजीव बेदिया भी शामिल हुए।

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