Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

शिक्षण संस्थान में भ्रष्टाचारमुक्त वातावरण और पारदर्शिता आवश्यक : राज्यपाल

शिक्षण संस्थान में भ्रष्टाचारमुक्त वातावरण और पारदर्शिता आवश्यक : राज्यपाल

Share this:

Ranchi news, Jharkhand news, Jharkhand latest Hindi news, latest news, Ranchi Hindi latest news : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि भ्रष्टाचार कैंसर के समान होता है। किसी भी शिक्षण संस्थान में विकास के लिए वहां भ्रष्टाचारमुक्त वातावरण के साथ पारदर्शिता के साथ कार्य का होना आवश्यक है। कुलपति की नियुक्ति में सिर्फ एक मानदंड योग्यता होगा। सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए नियुक्ति की जायेगी। सारी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए जो योग्य होंगे, उनकी नियुक्ति की जायेगी।

राज्यपाल मंगलवार को राजभवन की ओर से यूनिवर्सिटी विजन एंड स्ट्रेटेजी डेवलपमेंट विषय पर रांची के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे।

झारखंड का कोई भी विश्वविद्यालय देश के उत्कृष्ट विश्वविद्यालयों की सूची में नहीं

उन्होंने कहा कि झारखंड का कोई भी विश्वविद्यालय देश के उत्कृष्ट विश्वविद्यालयों की सूची में नहीं है, हमें इसे गम्भीरतापूर्वक लेना होगा और उन कारणों एवं विसंगतियों को दूर करना होगा। इससे इनकी उत्कृष्टता में बाधा उत्पन्न हो रही है। शिक्षा के क्षेत्र में नित्य हो रहे बदलाव और तकनीकी विशिष्टताओं को भी अंगीकृत करना होगा। साथ ही लक्ष्य निर्धारित करते हुए प्रतिबद्ध होकर दूरदर्शिता और समर्पण की भावना के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि अब हमें सिर्फ राष्ट्रीय नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मानकों पर भी खड़ा उतरना होगा।

विवि का 100 एकड़ के कैम्पस में शिफ्ट होना तय हुआ

उन्होंने कहा कि रांची विश्वविद्यालय का लगभग 100 एकड़ के कैम्पस में शिफ्ट होना तय हुआ है। संरचना अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा और विद्यार्थी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार अन्य जगहों पर कटौती करते हुए छात्रहित में विश्वविद्यालय को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार राशि उपलब्ध कराती है ताकि विद्यार्थियों का भविष्य बन सके। यह विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है कि इन राशि का उपयोग विद्यार्थियों का भविष्य संवारने में करें।

भविष्य का ऐसा रोडमैप बनायें

राज्यपाल ने कार्यशाला में भाग लेने वाले शिक्षाविदों से कहा कि सभी कठिनाइयों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए भविष्य का ऐसा रोडमैप बनायें कि उस पर चल कर यहां के विश्वविद्यालय नित्य-नया मुकाम हासिल करें। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विकास हो। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में वंचित वर्ग विशेषकर अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति वर्ग के लड़के-लड़कियों की सहभागिता को सुनिश्चित करें। उन्होंने छात्रहित में एकेडमिक कैलेंडर के पालन के लिए निर्देश दिया। उन्होंने पिछड़े सुदूरवर्ती क्षेत्रों में तकनीकी संस्थान की स्थापना की बात कही। कार्यक्रम को राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ. नितिन कुलकर्णी और उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव राहुल पुरवार ने भी सम्बोधित किया।

Share this: