पांच साल से इंतजार कर रहे धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग के यात्रियों की इंतजार की घड़ियां खत्म हो सकती हैं। माना जा रहा है कि एक अक्तूबर से बदल रहे नए टाइम टेबल में धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर को जगह मिल जाएगी। इसके साथ ही 25 महीने से बंद धनबाद-भुवनेश्वर गरीब रथ एक्सप्रेस को पुरी तक विस्तार का ग्रीन सिग्नल भी नए टाइम टेबल में मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
15 जून 2017 से बंद है परिचालन
गौरतलब है कि धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर ट्रेन का परिचालन 15 जून 2017 से बंद है। इस ट्रेन के साथ बंद हुई ज्यादातर ट्रेनें चलने लगी हैं। पर इस ट्रेन को रेलवे की हरी झंडी नहीं मिल रही है। पूर्व डीआरएम अनिल मिश्रा के कार्यकाल के दौरान धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर को बोकारो तक मेमू बनाकर चलाने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया था। प्रस्ताव मुख्यालय पहुंच कर फाइलों में कैद हो गया। उसके बाद से इस ट्रेन को चलाने की सुगबुगाहट भी नहीं हुई। बाद में रेलवे ने मेमू रैक न मिलने का हवाला दिया।
रेलवे की नई समय सारणी पर टिकी हैं निगाहें
अब पिछले साल जुलाई में ही धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर समेत 20 पैसेंजर ट्रेनों को चलाने की घोषणा पूर्व मध्य रेलवे ने की। इनमें से ज्यादातर ट्रेनें चलीं पर धनबाद-चंद्रपुरा पैसेंजर पर ब्रेक लगा रहा। जुलाई से अब तक मामले पर फेंका फेकी ही चल रही है। इसके साथ ही मार्च 2020 से बंद हुई धनबाद-भुवनेश्वर गरीब रथ को चलाने को लेकर भी रेलवे ने एक कदम नहीं बढ़ाया है। सबकुछ सामान्य होने और ज्यादातर ट्रेनों के चलने के बाद भी गरीब रथ के पहिए थमे हैं। धनबाद मंडल के अधिकारी इस ट्रेन को पूर्व तटीय रेल की ट्रेन बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं, तो वहां के अधिकारी रेलवे बोर्ड पर ठिकरा फोड़ रहे हैं। अब दोनों ट्रेनों को नए टाइम में जगह मिलने की उम्मीद जगी है।इस साल रेलवे का नया टाइम टेबल एक अक्टूबर से लागू हाेगा। नए टाइम टेबल में ट्रेनों के समय में बदलाव होंगे। धनबाद की उम्मीद भी अब नए टाइम टेबल से जुड़ गई है।