संथाली भाषा के टीचर्स की नियुक्ति और संताली अकादमी स्थापित करने की दिशा में कदम उठाने का किया आग्रह
Ranchi news, Jharkhand news : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से बुधवार को माझी परगना महाल, धार दिशोम, पूर्वी सिंहभूम के प्रतिनिधि मंडल ने औपचारिक मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि जेसीईआरटी के निर्देशों के तहत सरकारी विद्यालयों में कक्षा तीन से छह तक की गणित और पर्यावरण विज्ञान किताब का अनुवाद संताली भाषा की ओलचिकी लिपि में किया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से ओलचिकी लिपि में अनुवादित इस पुस्तक को पाठ्यक्रमों में शामिल करने की दिशा में पहल करने का आग्रह किया। उन्होंने मुख्यमंत्री से संथाली भाषा के टीचर्स की नियुक्ति और संताली अकादमी स्थापित करने की दिशा में कदम उठाने का भी आग्रह मुख्यमंत्री से किया। इस मौके पर संताली किताब निर्माण समिति के समन्वयक रजनी कांत मार्डी द्वारा लिखित “धार दिशोम होड़ होपोन कोवाडा बापला” और “बोंगबुरु आर अरिचाली” पुस्तक मुख्यमंत्री को सप्रेम भेंट की। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में कक्षा 1 से 12 तक की संथाली भाषा की ओल चिकी लिपि में प्रकाशित पुस्तकें भी उन्होंने मुख्यमंत्री को सौंपा। मौके पर घाटशिला विधायक रामदास सोरेन, देश परगना धार दिशोम बैजू मुर्मू, माझी बाबा दुर्गा चरण मुर्मू, माझी बाबा रमेश मुर्मू , माझी बाबा दीपक मुर्मू , ऑल इंडिया संताली राइटर्स एसोसिएशन, झारखंड ब्रांच के अध्यक्ष मानिक हांसदा, संताली किताब निर्माण समिति के समन्वयक रजनीकांत मार्डी मौजूद थे।