Jharkhand (झारखंड) में प्रकृति पर्व सरहुल इस साल धूमधाम से मनाया गया। कोरोना के कारण साल 2020 और 2021 में सरहुल के जश्न में बाधा आई थी। इस बार यह बाधा दूर हुई। झारखंड की राजधानी रांची इस अवसर पर जमकर नाची। चारों ओर सरहुल के उल्लास का माहौल दिखा। रांची के अतिरिक्त अन्य सभी जिलों में भी सरहुल पर्व का जश्न देखते ही बना। राजधानी रांची के सभी मोहल्लों में इस पर्व की खुशी के नजारे देखे गए। कोकर की तिरिल बस्ती में आयोजित गीत और नृत्य से भरे जश्न में समाचार सम्राट डॉट कॉम के संपादक रामकिशोर सिंह को भी भाग लेने का अवसर मिला।
सीएम हेमंत सोरेन और राज्यपाल रमेश बैस ने राज्य वासियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी राज्यवासियों को सरहुल पर्व की बधाई दी है। राज्यपाल रमेश बैस ने भी सभी राज्यवासियों को बधाई और शुभकामना देते हुए ट्वीट किया है।
मांदर और नगाड़ों की थाप पर खूब थिरके सीएम हेमंत सोरेन
सरहुल को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी उत्साहित नजर आए। रांची के सिरमटोली स्थित कार्यक्रम स्थल पर वे करीब एक बजे पहुंचे और प्रकृति पूजा में शामिल हुए। वे वहां करीब एक घंटा रुके और आदिवासी कलाकारों के साथ मांदर और नगाड़ों की थाप पर थिरकते नजर आए। आज देर रात तक इस तरह के आयोजन राजधानी रांची सहित प्रदेश के सभी जिलों में आयोजित किये जा रहे हैं।
सुख शांति की कामना, इस साल अच्छी बारिश की संभावना
प्रकृति पर्व पर पाहन ये बताते हैं कि इस बार कैसी बारिश होगी। रांची हतमा के जगलाल पाहन ने भविष्यवाणी की है कि इस बार सूबे में अच्छी बारिश होगी। सरना टोली के पहन मादी पहन ने भी अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है। बताया कि उत्तर दिशा की ओर बारिश ज्यादा होगी। इस अवसर पर सरना स्थल पर पांच मुर्गों की बलि दी गई। साथ ही लोगों के सुख-शांति की कामना की गई।