Categories


MENU

We Are Social,
Connect With Us:

☀️
Error
Location unavailable
🗓️ Wed, Apr 2, 2025 🕒 11:56 AM

वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने “कर समाधान योजना” का किया शुभारम्भ ; बोले-  करदाता समय पर टैक्स का भुगतान कर देश व राज्य के विकास में भागीदार बनें 

वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने “कर समाधान योजना” का किया शुभारम्भ ; बोले-  करदाता समय पर टैक्स का भुगतान कर देश व राज्य के विकास में भागीदार बनें 

Share this:

– वाणिज्यकर विभाग द्वारा व्यवसायियों के बकाया कर भुगतान के समाधान के लिए तैयार की गयी है कर समाधान योजना

Ranchi, Jharkhand news : कर से प्राप्त राशि का उपयोग सरकार देश एवं राज्य के विकास कार्यों एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं में खर्च करती है। करदाता समय पर कर का भुगतान कर इस कार्य में सरकार का साथ दें एवं देश और राज्य के विकास में भागीदार बनें। राज्य में व्यावसायिक क्षेत्र के जितने भी बड़े करदाता हैं, जिनका टैक्स बक़ाया है और जिनके मामले कोर्ट में लम्बित हैं, उनके ‘‘वन टाइम सेटेलमेंट‘‘ के लिए ही कर समाधान योजना लायी गयी है। करदाता इस योजना से लाभ लें और इस योजना को सफल बनायें। ये बातें वित्त सह वाणिज्य कर मंत्री डाॅ. रामेश्वर उरांव ने कहीं। वह बुधवार को होटल बीएनआर चाणक्य में कर समाधान योजना का शुभारम्भ कर रहे थे।  

कर समाधान योजना का लाभ लेकर ‘‘वन टाइम सेटेलमेंट‘‘ से मामला सुलझा लें

डाॅ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि राज्य में कर बाकायदारों से सम्बन्धित क़रीब 5000 केस विभिन्न कोर्ट में लम्बित हैं। इससे राज्य सरकार को कर का नुक़सान हो रहा है और करदाताओं को कोर्ट का चक्कर भी लगाना पड़ रहा है। इससे पैसे भी ख़र्च हो रहे हैं, जो ना उनके हित में है और ना सरकार के हित में है। इसलिए सरकार कर समाधान योजना लेकर आयी है, ताकि व्यावसायिक क्षेत्र के करदाता इस योजना का लाभ लेकर ‘‘वन टाइम सेटेलमेंट‘‘ से मामला सुलझा लें और कर का भुगतान कर दें।

राज्य के विकास के लिए धन की जरूरत

वाणिज्य कर मंत्री ने कहा कि राज्य गरीब है, पिछड़ा है, हमें राज्य को विकास के पथ पर ले जाने के लिए राशि की आवश्यकता है, इसलिए कर का सही समय पर भुगतान करें। उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि कर बकायादारों से सहूलियत के साथ टैक्स वसूलें। कोर्ट में लम्बित मामलों को सुलझायें। कर समाधान योजना के तहत उनका भुगतान करायें। उन्होंने कहा कि हमें राज्य में रिसोर्स मोबिलाइजेशन पर ध्यान देने की जरूरत है। राजस्व उगाही विभाग की समीक्षा करने की जरूरत है, ताकि राज्य में राजस्व को और अधिक बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि ओड़िशा और झारखण्ड में खनन क्षेत्र करीब-करीब बराबर ही है, लेकिन वहां का खनन राजस्व लगभग 50 हजार करोड़ रुपये है और हमारे यहां मात्र 9 हजार करोड़। 

इस वर्ष लक्ष्य से अधिक राजस्व वसूली

उन्होंने कहा कि इस वर्ष हमने लक्ष्य से अधिक राजस्व प्राप्त किया है। इसके लिए विभाग के पदाधिकारी बधाई के पात्र हैं और वे करदाता भी, जिन्होंने समय पर कर का भुगतान कर इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोग दिया। 

कर समाधान योजना से बकाया करदाताओं को टैक्स भुगतान करने में होगी सहूलियत

वाणिज्य कर विभाग की प्रधान सचिव आराधना पटनायक ने कहा कि झारखण्ड कराधान अधिनियमों की बकाया राशि का समाधान अधिनियम 2022 (कर समाधान योजना) का उद्देश्य बकाया करदाताओं, जिनके मामले कोर्ट में लम्बित हैं, उनका ‘‘वन टाइम सेटेलमेंट करा कर‘‘ टैक्स का भुगतान करने की सहूलियत देना है। उन्होंने कहा कि कोर्ट में लम्बित मामलों के कारण करीब 3500 करोड़ रुपये बकाया है। लम्बित मामलों के कारण सरकार को तत्काल कोई राशि प्राप्त नहीं हो रही है। कर समाधान योजना से लम्बित एवं विवादित मामलों के समाधान से राज्य सरकार को करीब 500 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा आईआरएयू (इंटेलिजेंस एंड रिवेन्यू एनालाइस युनिट) का गठन किया गया है, जिसका कार्य आंकड़ों का विश्लेषण करना, साथ ही कर देय व्यक्तियों द्वारा दाखिल विवरणियों की पारस्परिक जांच, सेक्टरवार ई-वे बिल निर्गमन की जांच या अनुश्रवण करना है। आईआरएयू की जांच के कारण संव्यवहारों की विस्तृत जानकारी होने पर कर भुगतान करनेवाले करदाताओं की भी संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा एसटीयू (स्पेशल टैक्स यूनिट) का भी गठन किया गया है, जो राज्य के 5 अंचलों में काम करेगी। इनका कार्य राज्य में बड़े बकायादारों को प्रॉपर गाइड करना है। कर वसूली में सहयोग प्रदान करना है।

2022-23 में लक्ष्य के विरुद्ध 500 करोड़ रुपये अधिक राजस्व की वूसली

वाणिज्य कर आयुक्त संतोष वत्सल ने कहा कि 2022-23 में 18 हजार करोड़ के लक्ष्य के विरुद्ध 18,500 करोड़ रुपये के राजस्व की वूसली विभाग ने की है। विभाग के पदाधिकारियों की मेहनत का ही परिणाम है कि हमने लक्ष्य से अधिक वसूली की है। हमें विभाग के मंत्री डाॅ. रामेश्वर उरांव एवं प्रधान सचिव आराधना पटनायक का सहयोग एवं मार्गदर्शन मिला, जिससे हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर सके। इस अवसर पर अपर वाणिज्य कर आयुक्त एवं विभाग के पदाधिकारीगण सहित व्यावसायिक जगत के कई जाने-माने लोग मौजूद थे।

Share this:

Latest Updates