Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

ध्यान के बिना जीवन में सुख असम्भव  :  स्वामी मुक्तरथ

ध्यान के बिना जीवन में सुख असम्भव  :  स्वामी मुक्तरथ

Share this:

डीएवी के तीन सौ शिक्षकों को मिला योग प्रशिक्षण 

Ranchi news :   शिक्षकों की जीवन एवं कार्यशैली तथा महिला सशक्तिकरण के लिए योग के प्रभावकारी अभ्यास पर डीएवी कपिलदेव रांची में एक कार्यशाला आयोजित किया गया। जिसमें डीएवी संस्थान के तीन सौ शिक्षकों की सहभागिता रही। योग गुरु स्वामी मुक्तरथ ने योग के प्रभाव पर विस्तारपूर्वक चर्चा की और योग-अभ्यास कराया । कार्यक्रम के प्रारंभ में डीएवी कपिलदेव के प्राचार्य  एम के सिन्हा ने स्वामी मुक्तरथ का स्वागत किया । तत्पश्चात शांति मंत्र के बाद व्याख्यान-सह-योग अभ्यास कार्यक्रम को शुरू किया गया।

शिक्षकों में पीठ दर्द और मेरूदंड की समस्या बढ़ी 

  स्वामी मुक्तरथ ने कहा कि शिक्षकों की कार्यशैली के अनुरूप जो परेशानियां आती हैं , उसमें पीठ दर्द और मेरूदंड की समस्या आम होते जा रही है । इन समस्याओं से निजात पाने में ताड़ासन, त्रिकोणासन, कटि-चालन, अर्ध चक्रासन, शशांकासन, व्याघ्रासन, तितली आसन और सर्पासन प्रमुख है। वहीँ शिक्षकों में  मानसिक थकावट को दूर करने के लिए नाड़ीशोधन प्राणायाम और भ्रामरी काफी कारगर है। 

ध्यान की साधना के लिए योग एवं प्राणायाम का अभ्यास जरूरी 

ध्यान के संदर्भ में स्वामी जी ने कहा कि ध्यान तेजी से दिमाग को हल्का करता है और हमारी खोई हुई ऊर्जा को पुनः मस्तिष्क में भरने का काम करता है। सच्चाई तो यही है कि बिना ध्यान के आंनद कहाँ और सुख कहाँ ? जीवन में सुख चाहिए तो ध्यान जरुरी है। क्योंकि ध्यान के बिना तनाव खत्म नहीं हो सकता है। कम से कम दस मिनट का ध्यान नियमित रूप से करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि दस मिनट ध्यान को साधने के लिए प्रतिदिन एक घण्टा योगासन और बीस मिनट प्राणायाम करना जरूरी है । योग एवं प्राणायाम के अभ्यास से शरीर में कड़ापन एवं घुटने या रीढ़ का दर्द नष्ट होता है तथा मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बने रहने से इसका  जमाव नहीं होता है । तभी ध्यान की अवस्था में सफलता मिलती है। शिक्षकों के द्वारा नियमित योगाभ्यास करने से मानसिक शक्ति  बढ़ती है एवं ताजगी बनी रहती हैं ।

डीएवी के तीन सौ शिक्षकों की थी सहभागिता 

               इस कार्यक्रम में कई स्कूलों के प्राचार्य और शिक्षको ने भाग लिया। जिसमें डीएवी हेहल, नीरजा सहाय डीएवी कांके, डीएवी बरियातू, डीएवी पुनदाग, डीएवी गांधीनगर, डीएवी सिल्ली,डीएवी गोविंदपुर और डीएवी कपिलदेव के तीन सौ शिक्षक शामिल हुए। अंत मे सभी शिक्षकों को स्वामी मुक्तरथ  ने सहज ध्यान के अभ्यासों को कराया।  जिससे शिक्षकों में काफी उत्साह देखा गया।

22 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की तैयारी

      प्राचार्य श्री एम.के.सिन्हा जी ने कहा मुक्तरथ जी हमारे डीएवी के लिये समय-समय पर शिक्षकों और विद्यार्थियों के तनावमुक्ति एवं व्यक्तित्व विकास पर विशेष कार्यशाला का आयोजन करते रहते हैं ,इनके कार्यक्रम से हमलोग काफी लाभान्वित हैं। 21,जून 2024, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राँची के सभी डीएवी संयुक्त रूप से एक वृहत योग कार्यक्रम को मनाने की तैयारी में है।

610a48c2 3b4d 4a7d 8ac8 fef3f7f27f3c

Share this: