झामुमो विधायक और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन के मामले में चुनाव आयोग अब 4 अगस्त को सुनवाई करेगा। पहले चुनाव आयोग ने सुनवाई के लिए 15 जुलाई की तिथि तय की थी। लेकिन बसंत सोरेन के वकील ने चुनाव आयोग से अतिरिक्त समय मांगी थी। इसके बाद चुनाव आयोग ने 15 जुलाई के बजाय 4 अगस्त को सुनवाई करने का फैसला किया है। मालूम हो कि बसंत सोरेन पर चुनाव आयोग से तथ्यों को छुपाने का आरोप लगा है। यह आरोप भाजपा के नेताओं ने लगाया है।
भाजपा के वकील रख चुके हैं अपना पक्ष, अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बारी
उधर पत्थर खदान लीज मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव आयोग में 14 जुलाई को अपना पक्ष रखेंगे। इस मामले में पिछली सुनवाई के दौरान भाजपा के वकील ने आयोग के सामने दलील पेश की थी। समय के अभाव के कारण अदालत ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के वकील को 14 जुलाई को अपना पक्ष रखने का समय निर्धारित किया था
भाजपा की ओर से वकील मनिंदर सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि पूरा मामला विधानसभा की सदस्यता से अयोग्यता का है। इसलिए अदालत उन पर कार्रवाई करें। इसके जवाब में हेमंत सोरेन के वकील ने कहा कि भाजपा की ओर से अधिवक्ता ने 2 घंटे तक दलील दी है। इस मामले में उन्हें भी पक्ष रखने का समय दिया जाए। इसको अदालत ने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले में अपना पक्ष रख सकते हैं।