चतरा जिला अंतर्गत वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन गांवों में इन दिनों मतांतरण का खेल चल रहा है। इसी क्रम में करमा पंचायत के निर्मला गांव में मंगलवार को प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। इसमें आसपास के एक दर्जन गांवों की करीब 100 से अधिक महिलाएं शामिल होने आई थीं। यह आयोजन शंभु चौधरी के घर में होना था। इस बीच इसकी सूचना बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को मिली। सूचना मिलते ही हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता गांव पहुंचे। इसके बाद वहां आयोजित प्रार्थना सभा को रोक कर पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। लेकिन पुलिस के आने से पहले ही महिलाएं वहां से भाग निकलीं। हालांकि, गांव छोड़ने से पूर्व महिलाओं ने हिंदू संगठनों को आश्वस्त किया है कि वे दोबारा ईसाई धर्म के प्रचार के लिए आसपास के किसी गांव में नहीं आएंगी।
पतरातू में भी मतांतरण का मामला सामने आया
इस बीच रामगढ के पतरातू थाना क्षेत्र स्थित टोकीसूद महुआ टोला में पांच-छह वर्ष के अंदर छह परिवारों के प्रलोभन में आकर मंतातरण करने का मामला प्रकाश में आया है। गांव की संताल जाति के दर्जनों लोग मतांतरित हो चुके हैं। हाल में मतांतरण के मुद्दे को लेकर गांव में ही दो पक्षों में विवाद हो गया था। पालू पंचायत की मुखिया पानो देवी ने रामगढ़ एसपी को पत्र देकर बाहर से आकर कुछ लोगों द्वारा ईसाई धर्म का प्रचार कर मतांतरण कराने का आरोप लगाया था। हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार सिन्हा ने भी इसका विरोध कर जिला प्रशासन से इस गंभीर मुद्दे की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की थी। हालांकि, मंगलवार को दोनों पक्षों ने पतरातू थाने में पहुंचकर आपसी विवाद सुलझा लिया। आवेदन पर आगे कोई भी कार्रवाई नहीं किए जाने से संबंधित लिखित समझौता पत्र सौंपा गया।