Dhanbad latest Hindi news : झारखंड मुक्ति मोर्चा का 51 वां स्थापना दिवस समारोह बहुत ही भव्य और परम्परागत तरीके से रणधीर वर्मा स्टेडियम में शनिवार को समापन्न हुआ। स्थापना दिवस कार्यक्रम में दिशोम गुरु शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री हेमनात सोरेन मुख्य रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न विकास कार्य एवं योजनाएं राज्य में संचालित हैं, जिनका लाभ झारखंड की जनता ले रही है। इससे राज्य सरकार के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा कि बेहतर प्रबंधन के साथ मुश्किल समय में महामारी से लड़ कर राज्य सरकार ने जीतने का काम किया है। अब सामान्य स्थिति आने पर येन-केन-प्रकारेण साजिश रच कर राज्य सरकार को परेशान किया जा रहा है। मूलवासी आदिवासी हित की नियोजन नीति को पारित करने को असंवैधानिक बता रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों, जरूरतमंदों, वृद्धों व विकलांगों को पेंशन दी जा रही है। महिलाओं के लिए फूलो झानो योजना चऔरल रही है। उन्होंने कहा कि सबसे अजीब बात यह कि पूर्व सरकार की 01 करोड़ लम्बित आवेदनों का हल राज्य सरकार निकाल रही है।
इस अवसर पर दिशोम शिबू सोरेन ने अपने सम्बोधन में विनोद बिहारी महतो और शक्ति नाथ महतो के संघर्षों को याद किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष करके सन 2000 में झारखंड राज्य लिया था और लड़ कर 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लेंगे। इसका लाभ और सुविधा मूलवासी एवं झारखंड वासी को अवश्य मिलेगा।
आनेवाले समय में हमारी सरकार जल-ज़ंगल-ज़मीन की सुरक्षा के लिए विभिन्न योजनाओं पर कार्य करेगी। केन्द्र सरकार द्वारा सरकारी संस्थानों ; जैसे रेलवे एवं अन्य विभागों में निजीकरण बढ़ रहा है, यह एक चिंता का विषय है। इससे बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। झारखंड मुक्ति मोर्चा झारखंड राज्य का समग्र विकास करेगा। दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने कहा कि इस बात पर ज्यादा ध्यान है कि हमारी खेती कैसे विकसित होगी, इस पर जोर लगाने की जरूरत है। पेड़ों को बचाने का कार्य करना होगा और सबसे अहम जरूरी बच्चों की पढ़ाई करानी है।
ढोल-नगाड़े व परम्परागत परिधानों से सुसज्जित झारखंडी सांस्कृतिक नृत्य करते पहुंचे जेएमएम कार्यकर्ता
सभा से पूर्व ग्राउंड में जेएमएम कार्यकर्ता ढोल-नगाड़े एवं परम्परागत परिधानों के साथ हाथों में तीर धनुष लिये और झारखंड मुक्ति मोर्चा का झंडा हाथों में लिये झारखंडी सांस्कृतिक नृत्य करते हुए पहुंचे। जोहार झारखंड के नारे लगाते हुए कार्यकर्ताओं का हुजूम मैदान में पहुंच रहा था। पुरुष, महिला एवं बच्चे उत्साहित होकर जुलूस की शक्ल में एकत्रित होते गये।
टुंडी से मथुरा महतो के नेतृत्व में, बाघमारा से रतीलाल टुडू, गोधर से आकाश रवानी, धैया से समीर मंडल, अजय रवानी, सिन्दरी से सुखलाल, छाताटांड़ से अब्बू तारीक, मंटू, सिकंदर एवं नईम के मनइटांड़ से मदन महतो, राजेश तूरी, कार्तिक महतो, सिन्दरी से एजाज अहमद, धरणीधर मंडल, मनु आलम, गोविंदपुर से अपूर्वा सरकार, चासनाला से संतोष महतो, झरिया से फिरदोस जाहिद, भूली से सुधीर महतो, धनबाद से रतिलाल टुडू और रमेश टुडू, बरवा ड्डा से पैगाम, अली निरसा से अशोक मंडल और गुलाम कुरेशी, अमित महतो, हराधन मंडल, बाघमारा से अजमेर अंसारी, सिन्दरी से रामू मंडल, बरवा अड्डा से फूलचंद मंडल, टुंडी से फूलचंद किस्कू के नेतृत्व में अलग-अलग जुलूस गोल्फ ग्राउंड में बने स्थापना दिवस के विशाल पंडाल में प्रवेश किया। वहां लगातार केन्द्रीय सदस्य एवं मीडिया पैनललिस्ट डॉ. नीलम मिश्रा ने मंच से सभी जुलूस और पंडाल में उपस्थित हुए। सभी लोगों का स्वागत और अभिनंदन किया। इस दौरान मंच से कार्यकर्ताओं का बीच हौसलाअफजाई के लिए डॉक्टर नीलम मिश्रा ने “नेता वह नहीं, जिसका नेत्र अच्छा होता है। नेता वह अच्छा होता है, जिसका नेतृत्व अच्छा होता है” जैसे अनेक शेरो-शायरी जारी रख स्थापना दिवस के समां को बांधे रखा।
झारखंड मुक्ति मोर्चा की 51 वीं वर्षगांठ पर मंच से टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने सम्बोधित करते हुए कहा कि पहली बार झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने दिन में भी हुए स्थापना दिवस के कार्यक्रम कार्यक्रम में भारी संख्या में उपस्थित होकर एकजुट हो कर अपनी एकता दिखलायी है। संयोजक मंडली के विनोद पांडेय, धरणीधर मंडल, पवन महतो, सुखलाल मरांडी, अशोक मंडल, लक्ष्मी मुर्मू, रमेश टुडू, बोकारो जिलाध्यक्ष हीरालाल एवं अन्य ने भी मंच से सम्बोधित कर झारखंड मुक्ति मोर्चा की उपलब्धियों एवं विकास कार्यों पर प्रकाश डाला। मंच पर राज्यसभा सांसद महुआ मांजी, गिरिडीह से विधायक सुदीप सोनू, जोगेंद्र महतो केन्द्रीय सदस्य कंसारी मंडल आदि उपस्थित थे। मंच पर संजय पंडित ने झारखंडी गीत प्रस्तुत किया।
शिबू सोरेन और हेमन्त सोरेन का भव्य स्वागत
अपराह्न 3:15 बजे दिशोम गुरु शिबू सोरेन और हेमन्त सोरेन का मंच पर आगमन हुआ। दिशोम गुरु शिबू सोरेन और हेमन्त सोरेन को विशाल फूल माला, पुष्पगुच्छ और तीर धनुष भेंट किया गया। 4ः45 में मुख्यमंत्री सभास्थल से वापस लौट गये।
दुरुस्त थी प्रशासनिक तैयारी
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी थी। हर चौक-चौराहे पर पुलिस अपनी पैनी नजर रखी हुई थी। इतना ही नहीं, ड्रोन कैमरे से भी पुलिस निगरानी कर रही थी।