Jharkhand (झारखंड) में राज्यसभा चुनाव में JMM की ओर से एकतरफा निर्णय करते हुए प्रत्याशी देने को लेकर 31 मई को कांग्रेस के विधायक शुरू में तेवर में दिख रहे थे। कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुलाकात के बाद सब धीरे-धीरे नरम पड़ गए। कांग्रेस को यह अच्छी तरह मालूम है कि अगर उसके विधायक राज्यसभा चुनाव में जेएमएम कैंडिडेट को समर्थन न दें, तब भी उसकी जीत तय है, इसलिए कोई ऐसी स्थिति नहीं उत्पन्न होनी चाहिए, जिससे विरोधी दलों और जनता में गलत संदेश जाए। यही कारण है कि अंततः सब कुछ ठीक होने के संकेत आ रहे हैं। कांग्रेस के विधायक राज्यसभा के लिए झामुमो प्रत्याशी महुआ माजी को समर्थन करेंगे।
बाहर से समर्थन देने तक की उठी थी बात
मीडिया सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस विधायकों ने पार्टी प्रभारी अविनाश पांडेय से मुलाकात में कहा कि कांग्रेस को सरकार में शामिल रहने के बजाय बाहर से समर्थन देना चाहिए। शाम होते-होते सारा मामला ठंडा पड़ गया। प्रदेश प्रभारी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात के बाद पार्टी में किसी तरह की नराजगी से इनकार कर दिया।
विधायकों ने की सरकार की शिकायत
शुरुआत में पार्टी कार्यालय पहुंचे कांग्रेस विधायकों ने कहा कि झामुमो के एकतरफा फैसले से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावना को ठेस पहुंची है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का अपमान हुआ है। गठबंधन में शामिल होने के बाद भी सरकार में उनकी नहीं सुनी जा रही है। कोई काम नहीं हो रहा है। विधायकों को क्षेत्र में जनता के आक्रोश का सामना कर पड़ रहा है। सरकार में शामिल होने के कारण सरकार के खिलाफ जनता के बीच अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को हेमंत सरकार को बाहर से समर्थन देना चाहिए। कांग्रेस विधायकों ने यह बातें मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के साथ वन-टू-वन मुलाकात के दौरान कही।
कांग्रेस प्रभारी ने चारों मंत्रियों से की बात
विधायकों के आक्रोश को देखते हुए अविनाश पांडेय ने विधायक दल की बैठक को स्थगित करते हुए सभी से अलग-अलग बात की। पांडेय ने पार्टी के चारों मंत्रियों के साथ बैठक कर उनकी बातें सुनी। इसके बाद कांग्रेस के विधायकों व समन्वय समिति के सदस्यों के साथ लगभग छह घंटे तक अलग-अलग बात की. बैठक में कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव को छोड़ कर सभी विधायकों ने अपनी बातें रखी.
सरकार और राज्यसभा दोनों अलग चीजें हैं : हेमंत सोरेन
राज्यसभा चुनाव को लेकर झामुमो द्वारा प्रत्याशी दिए जाने पर कांग्रेस नाराज है। इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार और राज्यसभा दोनों अलग-अलग चीजें हैं। इस मुद्दे पर अलग-अलग बातें रखी जाती हैं और इस तरह आगे बढ़ा जाता है। सीएम विधानसभा परिसर में राज्यसभा प्रत्याशी महुआ माजी के नामांकन के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन बातों पर संशय व्यक्त किया जा रहा है, जल्द ही उसका जवाब मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में दो प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं। इसके चुनाव परिणाम में राज्य के जनमानस के बीच कई संदेश पूरे राज्य में फैलेंगे।
कांग्रेस प्रभारी ने झामुमो प्रत्याशी को दी शुभकामनाएं
31 मई की शाम 6.10 बजे प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी। बैठक में मंत्री आलमगीर आलम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी थे। बैठक के बाद मीडिया से पांडेय ने कहा कि प्रत्याशी दिए जाने को लेकर कोई नाराजगी नहीं है। नाराजगी की बातें सिर्फ मीडिया में चल रही हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की कुछ जिम्मेदारी होती है और संख्या एक महत्वपूर्ण चीज है। झामुमो के पास संख्या है, इसलिए उन्होंने प्रत्याशी की घोषणा की है। हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। नामांकन के समय कांग्रेस विधायकों के नहीं रहने पर कहा कि हमारी बैठक चल रही थी, इसलिए वहां नहीं जा सके।