रांची शहर के रातू रोड में एनएच -23 पर 0.6 किलोमीटर तक डाउन रैंप समेत एनएच- 75 के 3.5 किलोमीटर एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण की योजना ईपीसी मोड पर बनाई जा चुकी है। यह जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में रांची के सांसद संजय सेठ को दी। अतारांकित प्रश्न काल में सांसद संजय सेठ ने पूछा था कि रांची में रातू रोड में एलिवेटेड सड़क निर्माण का प्रस्ताव है। मामले में अब तक क्या हुआ। यदि हां तो उसका ब्योरा दिया जाए। इसके साथ ही भारतमाला परियोजना और रांची सहित झारखंड में संचालित टोल प्लाजाओं के संबंध में सांसद ने लोकसभा में सवाल पूछा था। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि रातू एलिवेटेड कॉरिडोर रोड का निर्माण ईपीसी मोड में किया जाना है।
रातू रोड चौक हो जाएगा जाम मुक्त
इस परियोजना में एनएच- 75 पर जाकिर हुसैन पार्क से पिस्का मोड़ तक फोरलेन का एलिवेटेड खंड और पिस्का मोड़ पर एनएच -23 की दोनों तरफ डाउन रैंप का निर्माण किया जाना है। रातू रोड चौक और किशोरी यादव चौक पर भीड़ ज्यादा न हो, इसके लिए सिंगल लेन का अप रैंप व डाउन रैंप का भी निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 534 करोड रुपये है। यह योजना ढाई साल में पूरी हो जाएगी।
भारतमाला से राजधानी रांची के कई क्षेत्र जुड़े
भारतमाला परियोजना से संबंधित एक सवाल के जवाब में बताया गया कि 27137 करोड रुपए की लागत के साथ भारतमाला परियोजना की शुरुआत हो चुकी है। इस परियोजना में राजधानी रांची के आसपास के क्षेत्रों को शामिल किया गया है और भारत माला परियोजना फेज वन के तहत झारखंड राज्य में विकास के लिए कई क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है। इन क्षेत्रों में से 454 किलोमीटर की लंबाई वाली योजनाओं का काम शुरू कर दिया गया है।
टोल प्लाजा से 1000 करोड़ की वसूली
सांसद संजय सेठ के टोल प्लाजा से जुड़े सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि झारखंड में कुल 10 टोल प्लाजा संचालित हैं। इसमें हजारीबाग में 2, गिरिडीह में 2, रांची में 2, देवघर में 1, बोकारो में 1, जमशेदपुर में 1 और रामगढ़ में 1 टोल प्लाजा शामिल है।
बीते 3 वर्षों में टोल प्लाजा से कमाई
2019- 20 में 225.37 करोड़
2020-21 में 310.16 करोड़
2021-22 में 385.01 करोड़