Jharkhand (झारखंड) की राजधानी रांची स्थित हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन (HEC) ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस उपलब्धि का देश के अंतरिक्ष क्षेत्र में बहुत महत्व है। कंपनी ने रॉकेट के प्रक्षेपण के लिए सबसे संवदेशनील और जटिलतम उकरण व्हील बोगी सिस्टम का निर्माण किया है। 17 मार्च को एचएमबीपी में इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के विशेषज्ञों की उपस्थिति में इसका सफल ट्रायल किया गया। एचईसी ने इसरो के लिए इसका निर्माण किया है।
रॉकेट के प्रक्षेपण में महत्वपूर्ण भूमिका
अधिकारियों के अनुसार, व्हील बोगी सिस्टम पीएसएलवी (रॉकेट) एकीकरण प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह रॉकेट को असेंबली बिल्डिंग से लांच पैड तक ले जाता है। रॉकेट के सफल प्रक्षेपण के लिए आवश्यक प्रक्षेपण तक निर्देशित भी करता है। डेडिकेटेड होलर वाहन द्वारा संचालित 1.5 किमी के रेल ट्रैक पर चलता है। इसका वजन 85 टन है और यह लगभग 900 टन परिवहन करने में सक्षम है। इस उपकरण का निर्माण एचईसी के लिए कठिन था। इस काम को एचईसी के इंजीनियरों और अन्य कर्मियों ने कठिन मेहनत कर अंजाम तक पहुंचाया।