स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए झारखंड में कोरोना के वर्तमान हालात पर की चर्चा
Corona in Jharkhand, corona update, corona news, Jharkhand news, Ranchi news : देश में लगातार बढ़ते कोरोना को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को देश के 25 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर राज्यों की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ कर राज्य में कोरोना के वर्तमान हालात पर चर्चा की। राज्य में कोरोना के 60 सक्रिय मरीज हैं। बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह मौजूद थे।
9 अप्रैल को होगी कोरोना की समीक्षा
मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि 10 और 11 अप्रैल को राज्यभर में मॉक ड्रिल की जायेगी। इसके पहले नौ अप्रैल को राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों और सिविल सर्जन के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोरोना की तैयारियों को लेकर समीक्षा की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना वैक्सीन की कमी है। ऐसे में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से राज्य के लिए वैक्सीन की मांग की गयी है। राज्य के चार आरटी-पीसीआर लैब आईसीएमआर से मान्यता के इंतजार में हैं। ऐसे में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से लैब को जल्द मान्यता देने का आग्रह किया गया है, ताकि राज्य में जांच की रफ्तार को और व्यापक रूप से बढ़ाया जा सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से इन बिंदुओं पर हुई चर्चा
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि राज्य हित के विषय में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से कई बिंदुओं पर चर्चा की गयी है। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में कोरोना के मामले बढ़े हैं। ऐसे में झारखंड भी अलर्ट पर है। कोरोना को लेकर जल्द ही नया एसओपी बनाया जायेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से भी चर्चा की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग को बेहतर बनाने का प्रयास है। जेनरिक दवाओं के लिए बहुत जल्द ड्रग डायरेक्टर के साथ बैठक करेंगे, ताकि लोगों को सस्ती कीमत पर दवाएं मिल सकें। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से ब्लड सेपरेशन मशीन की मांग की गयी है। राज्य के 93 विभिन्न सरकारी तथा निजी स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 122 पीएसए प्लांट लगाये गये हैं। पीएम केयर के अंतर्गत 38 पीएसए प्लांट स्थापित किये गये हैं। राज्य के स्टेट रिसोर्स से 39 पीएसए प्लांट, जबकि रेलवे से 4, कोल मिनिस्ट्री से 10 तथा निजी स्रोतों से 31 पीएसए प्लांट स्थापित किये गये हैं।