– रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में महागठबंधन उम्मीदवार के पक्ष में मुख्यमंत्री ने की दूसरी सभा
RAMGARH BY ELECTION NEWS : रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में महागठबंधन उम्मीदवार बजरंग महतो को जीत दिलाने के लिए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपनी दूसरी सभा बुधवार को दुलमी मैदान में की। उन्होंने कहा कि यह कोई सभा नहीं, बल्कि जनता की अदालत है। 27 फरवरी को इस बात का फैसला होगा कि ममता को न्याय मिलेगा या फिर पूंजीपति एक बार फिर जीत जायेंगे? दिशोम गुरु की तबीयत खराब हुई, तो उन्हें चेन्नई के अस्पताल में भर्ती करा कर रात को दो बजे ही लौटा हूं। वह सिर्फ इसलिए, क्योंकि आज मुझे जनता की अदालत में न्याय की गुहार लगानी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली चुनावी सभा में मंच पर ममता देवी का छह महीने का बेटा भी आया हुआ था। उसे देख कर दिल भर आया। इस राजनीति की वजह से वह बच्चा परेशान हो, यह मैं कभी नहीं चाहूंगा। जिस बच्चे को मां का सीना चाहिए था, उसको पूंजीपतियों ने साजिश कर अलग कर दिया। मैं सभी माताओं और बहनों से आग्रह करता हूं कि न्याय की इस जंग में वे ममता देवी का साथ दें।
साजिश से एक बाजी जीत कर विपक्ष चुनाव जीतने का सपना न देखे
मुख्यमंत्री ने कहा कि साजिश से एक बाजी जीत कर विपक्ष यह सपना देख रहा है कि वह पैसे से जनता के वोट को खरीद लेगा। लेकिन, मैं यह जानना चाहता हूं कि वह किस आधार पर वोट मांगता है। आजसू के उम्मीदवार ने कौन-सा ऐसा गुल खिलाया है। आज जब विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, राशन कार्ड, पशुधन योजना, कृषि योजना, रोजगार के लिए लोन की बात आती है, तो वह महागठबंधन की सरकार ने लोगों को दिया है। 2019 में जब ममता देवी इस विधानसभा क्षेत्र से जीत कर गयी, तब इस विधानसभा में मात्र 3300 विधवाओं को पेंशन मिलती थी। आज 15,500 विधवाओं को यह सरकार पेंशन दे रही है। 2019 में मात्र 6000 वृद्ध को पेंशन का लाभ मिलता था। आज 45,500 लोगों को पेंशन मिल रही है। दिव्यांग पेंशन योजना में तब मात्र 6300 लोग शामिल थे, आज 10,000 से अधिक लोग शामिल हैं। सरकार बनने के बाद 1,28,000 लोगों को राशन कार्ड बना कर बांटा है।
यूपीए सरकार में 400 में जलता था घर का चूल्हा, आज 1200 लगते हैं
मुख्यमंत्री ने चूल्हा प्रमुख पर जोरदार टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब यूपीए की सरकार थी, तो हर घर का चूल्हा 400 में जलता था। क्योंकि गैस सिलिंडर उतने में ही आता था। आज भाजपा-आजसू की सरकार है, तो 1200 में गैस सिलिंडर आता है। अब गांव में चूल्हा प्रमुख बना कर लोगों को आजसू बेवकूफ बनाने का काम कर रही है। किरासन तेल ब्लैक में मिलता है, प्लेटफॉर्म टिकट ₹50 में मिलता है। नमक, दूध, दही, धोती, लूंगी, साड़ी सब पर टैक्स लगा दिया गया है। ऐसी स्थिति में गरीबों की दुर्दशा जगजाहिर है। लेकिन, झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां धोती-साड़ी मात्र 10 रुपये में लोगों को दी जा रही है।
जमीन में गाड़ो पैसा, कभी भी डूब सकता है बैंक
मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार और अदाणी के सम्बन्धों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से सबसे बड़ा घोटाला इस बार सामने आया है। हालात ऐसे हैं कि कौन-सा बैंक कब डूब जाये, कहना मुश्किल है। इसलिए मैं शुरू से कहता हूं कि अपने पैसे को अपने पास रखो या जमीन में गाड़ दो। बैंक में रखोगे, तो उसकी सुरक्षा की गारंटी नहीं है। आज जब बैंक बंद होंगे, तो हजारों लाखों गरीबों का पैसा डूब जायेगा। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने एक बार फिर 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीय नीति की बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि नियोजन नीति भी उसी आधार पर बनायी गयी थी। लेकिन, उसका हश्र यूपी और बिहारवालों ने क्या किया, यह पूरा राज्य जानता है। चुनावी सभा को मंत्री आलमगीर आलम, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, प्रत्याशी बजरंग महतो, पूर्व विधायक योगेन्द्र महतो ने भी सम्बोधित किया।