Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

Latehar water problem : चुआड़ी का मटमैला पानी पीने को विवश हैं बीचमरवा गांव के ग्रामीण

Latehar water problem : चुआड़ी का मटमैला पानी पीने को विवश हैं बीचमरवा गांव के ग्रामीण

Share this:

*बब्लू खान*

Latehar breaking news, latehar update, water problem in latehar, PHED department, Jharkhand government : लातेहार जिला के नवनिर्मित सरयू प्रखंड के घासीटोला पंचायत अंतर्गत बीचमरवा गांव में चालीस घरों का परिवार निवास करते हैं लेकिन इस गांव में पेयजल के संकट से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर सरकार जहां जल नल योजना गांव-गांव पंचायत पंचायत में पहुंचा रही है।  गांव-गांव तक पानी पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं जल नल योजना के नाम पे उसके बावजूद भी ग्रामीणों को इस चिलचिलाती धूप और गर्मी में पानी नहीं मिल रहा है। इससे ग्रामीणों में हाहाकार मचा है। पानी को लेकर सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं। गांव पंचायत में जल नल योजना हाथी की दिखवाती दांत बनकर रह गई है।  बताया जाता है कि बीचमरवा गांव का सभी चापानल पिछले कई महीनों से ख़राब पड़ा हुआ है। इसे लेकर ग्रामीणों को पानी पीने के लिए चुआड़ी का सहारा लेना पड़ रहा है।

IMG 20240509 WA0008

स्थानीय ग्रामीणों ने बताई अपनी परेशानी 

IMG 20240509 WA0006

स्थानीय ग्रामीण बब्लू नायक, राजदेव नायक, बुटन नायक, प्रदीप घासी, चंद्रमा नायक, विकास घासी, महादेव नायक, चंद्र देव नायक, व बबीता देवी, लीला देवी, राजमणिया देवी, संता देवी, काजल कुमार, शिवानी कुमारी, समेत आदि लोगों ने बताया कि चापानल के साथ साथ गांव में लगे सोलर जल मीनार टंकी भी कई महिना से ख़राब है। इस कारण लोगों को  पीने के पानी के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।  ग्रामीणों ने बताया कि भीषण गर्मी में हम लोगों को पानी के लिए दर्दर भटकाना पड़ रहा है नदी में बने चुआड़ी का मटमैला पानी को कपड़े में छानकर के अपनी प्यास बुझाते हैं। वहीं लोगों ने बताया कि इस चुआड़ी का मटमैला पानी मनुष्य के साथ-साथ जीव-जंतुओं भी अपनी प्यास बुझाने को विवश हैं। वहीं बीचमरवा गांव के ग्रामीणों ने पेयजल के  संटक से निजात पाने के लिए जिले के उपायुक्त से पेयजल आपूर्ति सेवा बहाल करने को लेकर मदद की गुहार लगाई है।

IMG 20240509 WA0005

क्या कहते हैं पीएचडी विभाग के जेई

इस मामले में पीएचडी विभाग के जेई अनिल कुमार से दूरभाष पर बात करने पर उन्होंने कहा की हमने मुखिया से लिस्ट मांगी है। उसे क्षेत्र में जो भी चापानल या जल नल से  संबंधित  परेशानी है सबको जल्द दुरुस्त कर लिया जाएगा।   ग्रामीण क्षेत्र में जहां भी नल नहीं है, वहां बोरिंग की जाएगी। मुझे घासीटोला के बारे में सूचना मिली है। मैं वहां जल्द ही ग्रामीणों को हो रही पानी की समस्या को दूर करने का प्रयास करूंगा और खराब पड़े सभी चापानला और जल नल योजना को मरम्मत करने का काम करूंगा। मुखिया से इस संबंध पर उन्हें आदेश दिया गया है कि उसे क्षेत्र में जितने भी  नल खराब है ग्रामीण  इलाके में बोरिंग नहीं है हमें विजिट कर लिखित दें।

IMG 20240509 WA0007

Share this: