Ranchi news : झारखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने शुक्रवार को बड़ा परिवर्तन करते हुए राजेश ठाकुर की जगह केशव महतो कमलेश को झारखंड में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। अब केशव महतो कमलेश झारखंड में कांग्रेस पार्टी के बास बन गये हैं। पार्टी में झारखंड में दूसरी बड़ी जिम्मेदारी हेमंत सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव को दिया है। रामेश्वर उरांव को पार्टी ने झारखंड विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल का नेता घोषित किया है। बता दें कि आलमगीर आलम के इस्तीफे के बाद से यह पद खाली हुआ था। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दोनों नियुक्तियों की घोषणा करते हुए राजेश ठाकुर के कार्यकाल की सराहना भी की। कांग्रेस के इस बदलाव को झारखंड की राजनीति में मास्टर स्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है।
झारखंड की राजनीति में कुर्मी महतो और आदिवासी वोट का काफी प्रभाव है। जो झामुमो का कोर वोट माना जाता रहा है। भाजपा बाबूलाल और आजसू सुप्रीमों सुदेश महतो के सहारे इन दोनों वर्गों को साधने में जुटी है। नवोदित झारखंडी भाषा-खातियान संघर्ष समिति(JBKSS) के नेता जयराम महतो इसी समुदाय से आते हैं। जिसने झारखंड की भाषा और खतियान जैसे कोर भावात्मक एजेंडे को सामने रखकर लोकसभा चुनाव लड़ा था। जिसमें अपनी धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराते हुए सभी दलों के होश उड़ा दिए हैं।
सिल्ली के विधायक रह चुके हैं केशव महतो कमलेश
गौरतलब है कि केशव महतो कमलेश सिल्ली के पूर्व विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में वह कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष थे। झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में कुरमी वोटों को आकर्षित करने के लिहाज से उनकी नियुक्ति महत्वपूर्ण मानी जा रही है। राज्य में भाजपा की सहयोगी आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो के साथ-साथ हाल ही में राजनीतिक फलक पर उभरे जयराम महतो की कुरमी वोटरों में अच्छी पैठ है। इस चयन से कुर्मी वोटरों में पैठ बनाने में कांग्रेस को मदद मिलेगी। साथ ही साफ सुथरी छवि और पूर्व आईपीएस अधिकारी रामेश्वर उरांव एक कद्दावर आदिवासी नेता माने जाते है, जिनकी स्वीकार्यता गैर आदिवासियों के बीच भी काफी अच्छी है।