Ranchi news, Jharkhand news : धर्मगुरु स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने कहा है कि काशी एवं मथुरा के मंदिरों पर मुस्लिम समाज द्वारा अनावश्यक दावा और अधिकार जताने की जिद छोड़ देनी चाहिए। एएसआई की रिपोर्ट के अनुसार यह स्पष्ट हो चुका है कि मंदिर के ही ऊपर मस्जिद का निर्माण किया गया था। परिसर की दीवारें चीख-चीख कर अपना साक्ष्य बता रही हैं कि यह मंदिर ही रहा है ; जैसे स्वास्तिक चिह्न, त्रिशूल, पद्म या कई अन्य। साथ ही, नन्दी महाराज का वहां विराजमान होना यह स्पष्ट करता है कि उसके सामने हमारे देवाधि देव महादेव ही हैं, भले ही बीच में दीवार खड़ी करके इसे मिटाने की कुचेष्टा की गयी हो। अत्यन्त दुख के साथ यह कहना पड़ता है कि उस पक्ष के लोगों ने हमारे पवित्र शिवलिंग को फ़व्वारा कह कर बुलाया है और उनका अपमान करते रहे हैं।
दिव्यानंद महाराज ने कहा कि उन्हें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि उनके पूर्वज भी वही थे, जो हमारे हैं। कम से कम इसका सम्मान करते हुए उन्हें मुख्य धारा में आकर जुड़ जाना चाहिए। कोई भी धर्म किसी धर्म का अपमान करना नहीं सिखाता है। उन्होंने कहा कि भारत में राम राज्य की पुनर्स्थापना हो चुकी है। राम राज्य में सभी वर्ग के लोग आपसी सद्भाव प्रेम सौहार्द आनन्द के साथ जीवन व्यतीत करेंगे, यही हमारी कल्पना रही है। हमें चाहिए कि हम धर्म का, अपने पूर्वजों का और देश में सौहार्द और प्रेम बनाये रखने का एक सुन्दर दृष्टांत प्रस्तुत करें, जिसका एक सकारात्मक संदेश पूरे विश्व को जायेगा।