रांची के सांसद संजय सेठ ने बुधवार को लोकसभा में कहा की एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत देश के हर नागरिक की बात होनी चाहिए। उन्होंने चुनाव में जातिगत चर्चाओं पर रोक लगाने का आग्रह सरकार से किया, ताकि समाज का ताना-बाना जो चला आ रहा है, वह कायम रहे। उन्होंने कहा कि पहले मुगलों ने और अंग्रेजों ने इस देश के सामाजिक समरसता को तोड़ने का काम किया। यह दुर्भाग्य है कि अब तक हम उसी ढर्रे पर चलते आ रहे हैं। इसके दूरगामी नकारात्मक परिणाम भी हमें देखने को मिले हैं।
जातीय समीकरण दिखाने पर रोक लगे
चुनाव के दौरान अभी हमने देखा कि जातियों में बैठा कर समीकरण दिखाए जाते हैं। फलाने जगह इतने मुस्लिम वोट हैं, फलाने जगह इतने दलित वोट हैं। फलाने जगह इतने फलाने जाति के वोट हैं। फलाने जगह सवर्णों के वोट हैं। उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल गलत है। एक तरफ मुस्लिमों का वोट दिखाया जाता है, तो दूसरी तरफ हिंदुओं के वोट को जाति में बांट कर दिखाया जाता है। यह सामाजिक समरसता को तोड़ने वाला है। समाज में वैमनस्यता को बढ़ाने वाला है।
सांसद ने सरकार से आग्रह किया कि ऐसे किसी भी क्रियाकलापों पर रोक लगाई जानी चाहिए।
कानून बनाने की मांग की
आजादी के अमृत काल में एक भारत श्रेष्ठ भारत के तरत हर नागरिक के लिए बात होनी चाहिए। चाहे वह किसी भी धर्म, संप्रदाय, जाति से आता हो। और नहीं तो कम से कम हिंदुओं को जाति में बांटकर अलग-अलग दिखाने की चली आ रही परंपरा को समाप्त करना चाहिए। इसके लिए कड़े कानून बनाए जाने चाहिए, ताकि हमारा सामाजिक ताना बाना बना रहे। सरकार इस मामले में संज्ञान लेकर कड़े कानून बनाएं और ऐसी जातिगत चर्चा पर लगाम लगाया जाए।