Jamshedpur news : कहते हैं किसकी मौत की प्रकृति क्या होगी कोई नहीं जानता। वह किस रूप में कब, कहां और कैसे आएगी, कोई नहीं जानता। कोई खड़े-खड़े, तो कोई हंसते-गाते, कोई बैठे-बैठे तो कोई। लेटे-लेटे दुनिया को अलविदा कह जाता है। पूर्वी सिंहभूम के गालूडीह में एक 17वर्षीय किशोर की मौत गले में रसगुल्ला फंसने से हो गई। घटना कैसे घटी, बताता हूं…
पलंग पर लेटे-लेटे मोबाइल देखते हुए अमित खा रहा था रसगुल्ला
गालूडीह थाना क्षेत्र के पाटमहुलिया गांव में 17 वर्षीय अमित सिंह घर में पलंग पर लेटे-लेटे मोबाइल देखते हुए रसगुल्ला खा रहा था। इस बीच रसगुल्ला वह गले में फंस गया, जिससे अमित छटपटाने लगा। घटना के वक्त घर पर केवल अमित के चाचा रोहिणी सिंह ही थे। उन्होंने अमित के गले के अंदर अंगुली डालकर रसगुल्ला निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए। घटना के वक्त अमित के पिता सुजीत सिंह बांकी पंचायत गए हुए थे। मां उर्मिला सिंह भी घर पर नहीं थीं।
सुबह मिठाई लाया और…, राखी देख फफक रही बहन
अमित को अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद चिकित्सक ने युवक अमित को मृत घोषित कर दिया। रोहिणी सिंह ने कहा कि मैं तीन माह बाद बाहर से काम से लौटा हूं। सुबह अमित गालूडीह स्टेशन से बाइक पर मिठाई लेकर घर पहुंचा था। वह पलंग पर लेटे-लेटे मोबाइल गेम खेलते हुए रसगुल्ला खा रहा था। इसी क्रम में रसगुल्ला उसके गले में अटक गया। अमित की एक छोटी बहन है, जो उसे सोमवार को राखी बांधने वाली थी। घर मे पड़ी राखी देखकर वह रह-रहकर फफक पड़ती है।