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इचाक के लोटवा डैम में डूबने से छह छात्रों की मौत, सभी माउंट एग्माउंट स्कूल के 12 वीं कक्षा के छात्र 

इचाक के लोटवा डैम में डूबने से छह छात्रों की मौत, सभी माउंट एग्माउंट स्कूल के 12 वीं कक्षा के छात्र 

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Ichak news, hazaribagh news, Jharkhand news : इचाक थाना क्षेत्र के लोटवा डैम के गहरे पानी में डूबने से छह छात्रों की मौत हो गयी। घटना मंगलवार पूर्वाह्न 9:45 बजे की है। मरनेवाले सभी युवक हजारीबाग की कनहरी रोड स्थित माउंट एग्माउंट स्कूल की 12 वीं कक्षा के छात्र थे। घटना के दिन दोस्त दो बाइक और एक स्कूटी से डैम तक पहुंचे थे। सभी युवक स्कूल ड्रेस में थे। इनके पास मोबाइल के अलावा स्कूल बैग, किताब, कॉपी, स्कूल का आइडेंटी कार्ड के अलावा खाने-पीने के सामान भी थे। बताया जा रहा है कि सातों दोस्तों ने डैम के किनारे पहुंच कर स्कूल ड्रेस उतारा, फिर दो-दो कर गहरे पानी में आगे बढ़ने लगे। आगे चल रहे दो साथी गहरे पानी में ऊब-डूब करने लगे, जिसे बचाने बीच के दो साथी आगे बढ़े। उन्हें भी गहरे पानी में डूबते देख पीछे चल रहे तीन साथी चारों को बचाने के मकसद से आगे बढ़े। इसी बीच पीछे के एक साथी सानू कुमार का पैर घास में फंस गया, जिसके चलते वह बच गया। अपने छह साथियों को डूबता देख सानू डैम से भाग निकला। वहीं, कुछ देर तक स्तब्ध रहने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर पहुंच कर 100 डायल करके इचाक पुलिस को उसने सूचना दी। सूचना मिलते ही इचाक थानेदार धनंजय सिंह दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और डैम में डूबे युवकों के शवों को निकालने की प्रक्रिया शुरू करा दी। थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने बताया कि लोटवा गांव के एक दर्जन गोताखोरों को बुला कर शवों को निकालने में लगा दिया। गोताखोरों की टीम ने एक-एक करके सभी मृत युवकों के शवों को पानी से बाहर निकाला। इस दौरान डैम के किनारे लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस ने बताया कि पंचनामा के बाद सभी छह शवों को पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल भेज दिया गया है। जबकि, मौत के मुंह से बच कर निकला सानू कुमार सुरक्षित है। पुलिस के मुताबिक सानू अपना होशो-हवास खो बैठा है, जिसका इलाज जारी है। घटनास्थल पर मौजूद माउंट एग्माउंट स्कूल के शिक्षक अमित कुमार ने सभी मृत बच्चों की पहचान की।

डैम में डूबने से किन की गयी जान

डैम में डूबने से रजनीश पांडे (17) वर्ष (पिता राजीव नयन पांडे, ओकनी हजारीबाग), सुमित कुमार (17) वर्ष (पिता विजय साव, रोमी हजारीबाग), मयंक सिंह (18) वर्ष (पिता अशोक सिंह, मटवारी हजारीबाग), ईशान कुमार सिंह (18) वर्ष (पिता मुकेश कुमार सिंह, भूसाई इचाक), शिवसागर (17) वर्ष (पिता शंकर रजक पेटों केरेडारी), प्रवीण कुमार यादव (पिता द्वारिका प्रसाद यादव, बजरंग पथ दीपू गढ़ा,मूल रूप से बरही प्रखंड के गोरिया कर्मा के निवासी) हजारीबाग शामिल हैं।

सानू की जुबानी घटना की कहानी

सानू कुमार कटकमदाग प्रखंड के कूद गांव का रहनेवाला है। डैम के गहरे पानी और मौत के मुंह से बच कर निकले सानू ने बताया, ‘सभी सात दोस्तों ने फोन से सम्पर्क कर रात में ही यह तय किया कि स्कूल के बहाने निकलेंगे और अपनी-अपनी बाइक से लोटवा मस्ती करने जायेंगे, क्योंकि दशहरा का समय है। सभी दोस्त दो मोटरसाइकिल और एक स्कूटी से पूर्वाह्न 8:30 बजे चक मोड़ एक गुमटी से बिस्किट, मिक्सर, कोल्ड ड्रिंक आदि खरीदे और डैम के किनारे पहुंच गये। वहां पहुंचते ही बिस्किट-मिक्सर खाया, कोल्ड ड्रिंक का सेवन किया। इसके बाद स्कूल ड्रेस उतारे और गहरे पानी में दो-दो करके आगे बढ़े। इसके बाद  एक-दूसरे को बचाने के फेर में सभी ने गहरे पानी में डूब कर जान गवा दी। जबकि, मेरा पैर घास में फंस गया और किसी तरह मौत के मुंह से निकल कर रोड तक पहुंचा और हल्ला-गुल्ला किया। इसके बाद पुलिस और लोगों की भीड़ जमा हो गयी।

घटनास्थल पर मौजूद शिक्षक ने कहा 

घटनास्थल पर मौजूद शिक्षक ने कहा कि बाइक और मोबाइल स्कूल लाने की मनाही के बाद भी बच्चे घर से मोबाइल और बाइक को लेकर निकले। यह सोचनेवाली बात है। घटनास्थल पर मौजूद एक शिक्षक ने बताया कि बच्चे को मोबाइल लाने पर रोक है। ऐसे में उनके परिजनों को बाइक और मोबाइल नहीं लेकर स्कूल जाने पर ध्यान देना चाहिए था। 

मुख्यमंत्री ने जताया शोक

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने हजारीबाग जिले के लोटवा डैम में छह बच्चों के डूबने की घटना पर शोक जताया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा है, ‘हजारीबाग जिले के लोटवा डैम में छह बच्चों के डूबने की दु:खद खबर से मन व्यथित है। जिला प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। परमात्मा, हादसे में मरनेवाले बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दु:ख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें।’

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