• भारत में सूर्यग्रहण देखने के लिए करना होगा 2027 का इंतजार
Bhopal News : देशभर में गुरुवार, 03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि का पर्व शुरू हो जायेगा। इससे पहले बुधवार, 02 अक्टूबर को भारतीय समयानुसार रात्रि लगभग 09 बज कर 13 मिनट से सूर्यग्रहण की घटना होने जा रही है। रात्रि में यह खगोलीय घटना होने के कारण इस ग्रहण को भारत में तो नहीं देखा जा सकेगा, लेकिन अर्जेन्टीना एवं चिली में इसे एन्यूलर या वलयाकार ग्रहण के रूप में देखा जा सकेगा। वहीं फिजी, उरुग्वे, ब्राजील पेरू आदि देशों में पार्शियल या आंशिक सूर्यग्रहण के रूप में देखा जा सकेगा। यह ग्रहण रात्रि 03 बज कर 17 मिनट पर समाप्त हो जायेगा।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने मंगलवार को ग्रहण की वैज्ञानिक जानकारी देते हुए कि इस खगोलीय घटना में पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा के पहुंच जाने से कुछ देशों में सूर्य डिस्क का कुछ भाग दिखाई देना बंद हो जायेगा। इससे इन स्थानों पर वलयाकार ग्रहण, तो कुछ स्थानों पर आंशिक ग्रहण दिखेगा। उन्होंने बताया कि एक गणितीय अनुमान के अनुसार इस ग्रहण का कुछ न कुछ भाग विश्व की जनसंख्या के लगभग 3.08 प्रतिशत लोग देख पायेंगे, जबकि वलयाकार सूर्यग्रहण को लगभग 0.002 प्रतिशत लोग ही देख सकेंगे।
सारिका ने बताया कि बुधवार को हो जा रहे इस ग्रहण की स्थिति में चंद्रमा पृथ्वी से लगभग 04 लाख 2300 किमी की दूरी पर होगा, जबकि सुपरमून की स्थिति में यह लगभग तीन लाख 60 हजार किमी दूर रहता है। पृथ्वी से दूर रहने के कारण चंद्रमा सूर्य की डिस्क को पूरी तरह नहीं ढंक पायेगा, जिससे सूर्य के बीच का भाग तो काला दिखेगा, लेकिन चारों ओर का भाग चमकता हुआ रिंग ऑफ फायर के रूप में दिखेगा। उन्होंने कहा कि अगर आप भारत में सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना को देखना चाहते हैं, तो आपको 02 अगस्त 2027 का इंतजार करना होगा। उस दिन यहां एक घंटे 24 मिनट तक आंशिक सूर्यग्रहण देखा जा सकेगा।
ग्रहण का प्रकार : भारतीय समय (भारत में नहीं दिखेगा)पहली लोकेशन पर आंशिकग्रहण आरम्भ – रात्रि 09 बजकर 12 मिनट 59 सेकेंडअधिकतम ग्रहण : रात्रि 12 बज कर 15 मिनट 04 सेकेंडअंतिम लोकेशन आंशिकग्रहण समाप्ति : रात्रि 03 बज कर 17 मिनट 00 सेकेंड