Jharkhand Update News, Chatra, DGP, Naxalites : डीजीपी अजय कुमार सिंह ने कहा कि नक्सलियों का समय अब पूरी तरह से समाप्त हो चुका है। वे या तो सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठा कर हथियार डालते हुए मुख्यधारा में शामिल हो जायें या हमारे सुरक्षा बल उन्हें आमने-सामने की लड़ाई में ढेर कर देंगे।
अजय कुमार सिंह ने कहा कि चतरा-पलामू सीमांत इलाके पर मिली बड़ी सफलता से नक्सलियों की कमर टूट गयी है। निश्चित तौर पर हमारे जवान प्रोत्साहन के योग्य हैं और उन्हें आगे की रणनीति के लिए भी कई निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि गौतम पासवान की टीम को माओवादियों के एक सशक्त दस्ते के रूप में जाना जाता था, जो लगातार कई वर्षों से पुलिस बल एवं आम लोगों को क्षति पहुंचा रहा था। यह झारखंड पुलिस के लिए बहुत बड़ी सफलता है।
डीजीपी ने कहा कि उग्रवाद उन्मूलन में झारखंड पुलिस की चौतरफा कार्रवाई जारी है। झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ कुशल नेतृत्व, रणनीति और दृढ़ संकल्प के साथ नक्सलियों के खात्मे के लिए कटिबद्ध है। डीजीपी ने दावा किया कि अन्य नक्सली भी पुलिस के गोली से घायल हुए हैं, जिसकी जांच जारी है। जल्द ही शेष बचे नक्सलियों को भी या तो ढेर कर दिया जायेगा या फिर सलाखों के पीछे भेज दिया जायेगा।
डीजीपी अजय कुमार सिंह मंगलवार को महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों संग चतरा के नक्सल गढ़ कहे जानेवाले लावालौंग पहुंचे, जहां सबसे पहले उन्हें गार्ड आॅफ आॅनर दिया गया। मौके पर हजारीबाग जोन के डीआईजी नरेन्द्र कुमार सिंह, सीआरपीएफ के डीआईजी डीके चौधरी, सीआरपीएफ 190 बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार समेत जिला बल और पैरामिलिट्री फोर्स के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
इसके बाद डीजीपी का काफिला लावालौंग प्रखंड स्थित सीआरपीएफ 190 मुख्यालय कैंप पहुंचा। यहां डीजीपी ने मुठभेड़ में शामिल जवानों का हौसला बढ़ाते हुए उनके बीच इनाम की राशि का वितरण भी किया। सीआरपीएफ के एडीजी वितुल कुमार ने कहा कि पिछले दो वर्षों में पुलिस को नक्सलियों के विरुद्ध अच्छी सफलता मिली है। चतरा पुलिस, सीआरपीएफ 190, कोबरा 203 तथा सीआरपीएफ 134 बटालियन के जवानों ने पांच शीर्ष नक्सलियों को मार गिराया है। इस संयुक्त अभियान में नक्सलियों का एक बड़ा कैम्प भी ध्वस्त कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को चतरा जिले के अति नक्सल प्रभावित लावालौंग थाना क्षेत्र के नौडीहा जंगल में माओवादियों के भ्रमण की सूचना पर गई सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध फायरिंग के बाद दोनों के बीच हुई मुठभेड़ में मारे गये पांच नक्सलियों में से चार नक्सलियों के विरुद्ध सरकार ने इनाम घोषित कर रखा था।
इस मौके पर एडीजी अभियान संजय आनंद राव लाटकर, आईजी अभियान एवी होमकर, आईजी सीआरपीएफ विधि कुमार बिरदी, डीआइजी हजारीबाग नरेन्द्र सिंह, सीआरपीएफ के डीआईजी डीके चौधरी, एसपी राकेश रंजन, 190 बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार मौजूद थे।