सीएस रोहित प्रकाश प्रीत
सरकार का आखिरी बजट इस बार अंतरिम बजट के तौर पर पेश किया गया है, क्योंकि अप्रैल-मई में आम चुनाव होने हैं। नयी सरकार बनने के बाद पूर्ण बजट जुलाई में पेश होने की उम्मीद है। सरकार का इस बार का बजट बिना कोई लोक लुभावने वादे के बनाया गया है, न ही आम आदमी को इस बार इनकम टैक्स में कोई राहत दी गयी है। मतलब टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया। मेरी नज़र में इस बार का बजट युवा, गरीब, महिला और किसान पर केन्द्रित है। कुल मिला कर अंतरिम बजट में 04 चीज़ो पर फोकस रहा। गरीब, महिलाएं, युवा और अन्नदाता (किसान)। इसका एक उदाहरण देश भर के गांवों में 02 करोड़ पीएम आवास तैयार किये जाने से समझा जा सकता है। इसके अलावा मध्यम आय वर्ग वालों के लिए भी एक आवासीय योजना शुरू होगी। बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘रूफटॉप सोलर’ स्कीम का भी एलान किया। उन्होंने कहा कि इस स्कीम के तहत 01 करोड़ परिवारों को हर महीने 300 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी। यह बजट युवा भारत की आकांक्षाओं का प्रतिबिम्ब भी है। इस बजट में रिसर्च और इनोवेशन पर 01 लाख करोड़ रुपये के फंड का एलान किया गया है। इसके अलावा स्टार्टअप्स पर टैक्स छूट को भी एक साल और बढ़ाने का एलान किया गया है। बजट में तकनीक में रुचि रखनेवाले युवाओं के लिए खास एलान किया गया है। युवाओं को इनोवेशन के क्षेत्र में काम करने के लिए 50 साल तक के लिए ब्याज मुक्त कर्ज देने का एलान बजट में किया गया है। 01 लाख करोड़ का फंड इसके लिए बनाया जायेगा। कुल मिला कर इस बार का बजट लोक लुभावन से दूर है और जनहित में है।
(लेखक झारखण्ड के रांची में प्रैक्टिसिंग कम्पनी में सेक्रेटरी हैं।)