Dhanbad news : धनबाद कोयलांचल के झरिया सहित अलग-अलग इलाकों में चल रहे लॉटरी के अवैध कारोबार को लेकर पुलिस भी सजग हो गई है और काराेबारियों के खिलाफ एक्शन मोड में है. भौंरा के रेलवे क्वार्टर से अवैध लॉटरी कारोबार के संचालन की भनक लगने के बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों में रेलकर्मी रविशंकर प्रसाद और उसका साथी वेकानंद सुपकार शामिल है. सुदामडीह थाना पुलिस ने बुधवार देर रात छापेमारी कर रेलवे क्वार्टर से करीब 2500 लॉटरी टिकट भी बरामद किए हैं. दोनों आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि जब्त टिकट झरिया के कुख्यात लॉटरी कारोबारी समीर अहमद के ब्रांड के हैं. समीर के खिलाफ 15 दिनों में लगातार तीसरी प्राथमिकी दर्ज की गई है. छापेमारी में गिरफ्तार दोनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है.
पकड़े गए रविशंकर प्रसाद ने बताया कि वे झरिया उपर कुल्ही के रहने वाले समीर अहमद से लॉटरी टिकट खरीदता था और तीन सालों से यहां से कारोबार कर रहा था. उसने ये भी खुलासा किया कि बंगाल की डुप्लिकेट लॉटरी छपवा कर यहां बेचने का काम किया जाता है. पुलिस ने इस बयान के आधार पर भादवि की धारा 420, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत केस दर्ज किया है. कांड में समीर के अलावा तनवीर को भी नामजद आरोपी बनाया गया है.
गत तीन वर्षों से चल रहा था कारोबार
इस मामले को लेकर सुदामडीह ओपी प्रभारी सूरज रजक के बयान पर प्राथमिकी दर्ज हुई है. ओपी प्रभारी ने बताया है कि भौंरा के रेलवे क्वार्टर में लॉटरी कारोबार चलने की सूचना पर टीम बना कर छापेमारी की गई. इस क्रम में दो लोगों को दबोचा गया, जबकि दो अन्य फरार होने में सफल रहे. पकड़े गए रविशंकर प्रसाद और विवेकानंद सुपकार के पास से 50 रुपये वाले 1500, 100 रुपए वाले 700 और 200 रुपये वाले 300 लॉटरी टिकट बरामद किए गए हैं.
भोजूडीह तक सक्रिय हैं समीर के लॉटरी हॉकर
होली के बाद से लॉटरी कारोबार में फिर सक्रियता बढ़ी है. खासकर समीर के ब्रांड की लॉटरी भौंरा, सुदामडीह, सिंदरी, बलियापुर और झरिया आदि इलाकों में खूब बेची जा रही है. ये सूचना पुलिस तक भी पहुंची. इसके बाद एक्शन लिया गया. इस मामले में भोजूडीह से लेकर रिवर साइड तक के कई कारोबारियों की सूचना पुलिस तक पहुंची है. इनमें मोहन बाजार में आशीष, गौरखुंटी में अजय व विक्की, मोहन बाजार घड़ी दुकान में बसंत, भोजूडीह में सपन और विक्की, गौरखुंटी में रमेश आदि लोग लॉटरी का जमकर कारोबार कर रहे हैं. इन इलाकों में मजदूरों और बीसीसीएल कर्मियों को निशाना बनाया जाता है. ये सारे लोग झरिया के समीर से नकली लॉटरी खरीदते हैं और फिर विभिन्न इलाकों में सप्लाई कराते हैं।