Bihar में रोजगार (Employment) मांगने वाले बेरोजगारों की तादाद में तेजी से इजाफा हुआ है। श्रम संसाधन विभाग के आंकड़ों की मानें तो सरकार के नेशनल कैरियर सर्विस पोर्टल पर अब तक 13 लाख से अधिक बेरोजगार रजिस्टर्ड हो चुके हैं। पिछले पांच वर्ष की तुलना में इस साल जनवरी तक सबसे अधिक लोगों ने रोजगार के लिए निबंधन किया है। पिछले साल की तुलना में चार गुना अधिक बेरोजगारों ने निबंधन पोर्टल पर किया है। रोजगार मांगने वालों में बेरोजगारों के साथ ही कुछ स्वरोजगार कर रहे लोग भी शामिल हैं। सबसे अधिक साल 2021 के अक्तूबर में निबंधन किया गया है। इस महीने 63 हजार 524 बेरोजगारों ने पोर्टल पर निबंधन किया है। अप्रैल में 3581, मई में सबसे कम 1991 लोगों ने ही निबंधन किया था। इसी तरह जून में 7967, जुलाई में 18 हजार 17, अगस्त में 20 हजार 968, सितंबर में 53 हजार 906, नवंबर में 62 हजार 983, दिसंबर में 20 हजार 766 तो बीते जनवरी 2022 में 13 हजार 932 बेरोजगारों ने पोर्टल पर निबंधन कराया है।
किन्नरों ने भी माँगा रोजगार
नीतीश सरकार के लिए राहत की बात यह है कि पोर्टल पर निबंधन करने वालों में एक भी छात्र नहीं है, जो पढ़ाई के साथ-साथ रोजगार भी मांग रहे हैं। 2021-22 में अब तक दो लाख 67 हजार से अधिक बेरोजगारों ने निबंधन कराया है। समाज में उपेक्षित किन्नर समुदाय भी अब रोजगार मांगने के लिए आगे आ रहा है। अभी तक 222 से अधिक किन्नरों ने रोजगार के लिए पोर्टल पर निबंधन किया है।
बिना रजिस्ट्रेशन रोजगार मेले में भाग लेने की नहीं है अनुमति
बिहार में रोजगार मेला या नियोजन सह मार्गदर्शन मेले में निबंधित लोगों को आमंत्रित किया जाता है। बिना निबंधन के लोगों को रोजगार मेले में भाग लेने की अनुमति नहीं होती। 2015-16 से यह व्यवस्था प्रभावी है। ऑनलाइन निबंधन का काम शुरू होने के बाद मात्र 2016-17 ही ऐसा साल रहा था, जब छह लाख से अधिक बिहारियों ने रोजगार के लिए निबंधन किया था।