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IIT धनबाद दे रहा रोजगार का मौका, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पद के लिए करें अप्लाई

IIT धनबाद दे रहा रोजगार का मौका, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पद के लिए करें अप्लाई

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आईआईटी आइएसएम धनबाद ने एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस और दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए स्पेशल रिक्रूटमेंट ड्राइव का आयोजन किया है। इसके तहत आइआइटी ने विभिन्न विभागों के लिए एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पद की बहाली निकाली है। कोई भी भारतीय संबंधित श्रेणी से इन पदों के लिए आवेदन कर सकता है।

न्यूनतम वेतनमान 139000 हजार

आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 27 जुलाई निर्धारित की गई है। एसोसिएट प्रोफेसर का न्यूनतम वेतनमान एक लाख 39 हजार 600 रुपये और प्रोफेसर के लिए एक लाख 59 हजार 100 रुपये प्रतिमाह निर्धारित है। इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के लिए अर्हताएं भी निर्धारित की गई हैं। न्यूनतम अहर्ता फर्स्ट क्लास पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए। एसोसिएट प्रोफेसर के लिए कम से कम छह वर्ष और प्रोफेसर के लिए 10 वर्ष शिक्षण कार्य का अनुभव जरूरी है। इसके साथ ही पीएचडी छात्रों के मार्गदर्शन करने में दक्ष भी हों। महत्वपूर्ण जर्नल में प्रकाशन के साथ ही कांफ्रेंस, पेटेंट, लैबरोटरी, कोर्स डेवलपमेंट और अन्य प्रोफेशनल गतिविधियों में बेहतर काम किया हो। आइआइटी आइएसएम के रिक्रूटमेंट पोर्टल पर आवेदन पूरी तरह से भरा हुआ होना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए संस्थान की वेबसाइट www.iitism.ac.in पर संपर्क कर सकते हैं।

इन विभागों के लिए मांगे ग्रे हैं आवेदन

एप्लाइड जियोलाजी, एप्लाइड जियोफिजिक्स, केमेस्ट्री एंड केमेकिल बायोलाजी, केमिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग, इंवायरमेंट साइंस एंड इंजीनियरिंग, फ्यूल, मिनरल्स एंड मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग, ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज, मैनेजमेंट स्टडीज, मैथेमेटिक्स एंड कंप्यूटिंग, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, माइनिंग इंजीनियरिंग, पेट्रोलियम इंजीनियरिंग एंड फिजिक्स।

ये सुविधाएं भु मिलेंगी

– भारत और विदेश में कांफ्रेंस के लिए प्रोफेशनल डेवलपमेंट अलाउंस के तौर पर तीन वर्ष के अंतराल में तीन लाख रुपये।

– संस्थान के नियमों के तहत प्रतिवर्ष 24000 हजार रुपये का टेलीफोन बिल।

-परिजन  और स्वयं के लिए मेडिकल सुविधाएं। बच्चों के लिए शिक्षण अलाउंस।

– केंद्रीय डीए और यातायात भत्ता। रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए दस लाख रुपये तक का ग्रांट।

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