यह घटना 22 जून की है। ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। आगे नहीं होंगी, ऐसा नहीं कहा जा सकता। चेन्नई की 35 साल की एक महिला ने डॉक्टर के खिलाफ सेक्शुअल हैरेसमेंट का केस दर्ज कराया। महिला USA से तमिलनाडु के लिए फ्लाइट से ट्रैवल कर रही थी। डॉक्टर तमिलनाडु से है और दुबई में रहता है। फ्लाइट ने US से वाया दुबई चेन्नई के लिए उड़ान भरी। इस दौरान महिला के पीछे बैठे डॉक्टर ने उसे अचानक जोर से पकड़ लिया। महिला ने फ्लाइट अटेंडेंट से शिकायत की। इसके बाद चेन्नई एयरपोर्ट पर पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस ने डॉक्टर का पासपोर्ट जब्त कर गिरफ्तार कर लिया। चूंकि मामला मिड एयर, यानी फ्लाइट का था, इसलिए पुलिस ने लीगल टीम की मदद मांगी ताकि कानून के हिसाब से सजा तय हो पाए।
इस घटना को बताने का मूल मकसद यह है कि ऐसा करने वालों को यह जानकारी शायद नहीं होती कि यह अपराध और इसके लिए उन्हें सजा मिल सकती है।
बराबर होती रहती हैं ऐसी घटनाएं
दरअसल ऐसी तमाम घटनाएं बराबर होती रहती हैं। कई महिलाएं इसे शर्म से बता नहीं पाती हैं। कुछ FIR भी दर्ज करवाती हैं, लेकिन बाद में उसे वापस भी ले लेती हैं। जैसे तमिलनाडु की इस महिला के साथ हुआ। महिला ने डॉक्टर के माफी मांगने के बाद केस वापस ले लिया।
अब आइए समझते हैं सेक्सुअल हैरेसमेंट को
सवाल यह है कि आखिर कैसे समझा जाए कि सेक्सुअल हैरेसमेंट हुआ है। कानूनी नजर में किसी की सहमति के बगैर उसके साथ गलत व्यवहार, इशारा, कमेंट, शारीरिक संबंध और उसे पोर्न वीडियो दिखाना सेक्शुअल हैरेसमेंट माना जाता है। इसके साथ और भी कई चीजें हैं, जो सेक्शुअल हैरेसमेंट मानी जाती हैं। मसलन गलत तरीके से महिला को छूना,जबरदस्ती गले लगाना, हाथ पकड़ना, सेक्स की डिमांड करना, अश्लील मजाक करना।