पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण को कम करने के लिए परिवहन विभाग ने बड़ा फैसला किया है। विभाग के अनुसार आने वाले समय में 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ियां कोलकाता और इसके आसपास के इलाकों में नहीं चलने दी जाएगी। विभाग के इस फैसले से पुराने वाहनों के मालिकों को अब परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस निर्णय से लाखों परिवार प्रभावित होंगे। इस फैसले को लेकर परिवहन विभाग ने कहां है कि कोलकाता और आसपास के इलाकों में प्रदूषण का लेबल बढ़ता जा रहा है। इससे लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। लोग प्रदूषण के कारण बीमार हो रहे हैं। इन सब बातों को देखते हुए यह कठोर निर्णय लिया गया है ताकि राजधानी कोलकाता और आसपास के इलाकों में प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके।
कोलकाता की लाखों गाड़ियां हो जाएंगी रद्द
यदि इस फैसले को बंगाल सरकार में लागू कर दिया तो हां बना और राजधानी कोलकाता में सड़क पर दौड़ने वाली लाखों गाड़ियां रद्द हो जाएंगी। आपको बता दें कि कोलकाता में फिलहाल 30 से 40 साल पुरानी गाड़ियां भी सड़कों पर फर्राटा भर रही हैं। 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ियों के मालिकों को विभाग द्वारा पत्र भेजकर यह कहा जाएगा कि वह अपनी पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप में भेज दें। जिन वाहन मालिकों ने अपने गाड़ियों को इस ग्रुप में भेज दिया है, तुमसे दस्तावेज जमा कराने को विभाग आग्रह करेगा।
3 चरणों में पुराने वाहनों को स्क्रैप में भेजा जाएगा
परिवहन विभाग के अनुसार तीन चरणों में पुराने वाहनों को स्क्रैप में भेजा जाएगा। पहले चरण में जनवरी 1970 से 31 दिसंबर 1999 तक की रजिस्टर्ड गाड़ियों को स्क्रैप में भेजा जाएगा। इसके बाद वर्ष जनवरी 2000 से 31 दिसंबर 2007 तक की गाड़ियों को रद्द किया जाएगा। इसके बाद तीसरे और अंतिम चरण में जनवरी 2008 से रजिस्टर्ड जो गाड़ियां अभी तक सीएनजी में तब्दील नहीं हुई हैं, उन्हें रद्द किया जाएगा।