Enforcement Directorate यानी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 21 February को दिल्ली और मुंबई में इंडिया बुल्स के परिसरों में रेड मारी। बता दें कि इंडिया बुल्स हाउसिंग और उसके प्रमोटर समीर गहलोत के खिलाफ धन शोधन रोकथाम मामला अप्रैल 2021 में दर्ज हुआ था। इसी सिलसिले में मुंबई और दिल्ली में इंडिया बुल्स फाइनेंस सेंटर के कार्यालयों पर छापेमारी की गई।
पुणे में इसके पहले दर्ज किया गया था एक व्यवसायी का बयान
ED ने पहले इस संबंध में पुणे के एक व्यवसायी का बयान दर्ज किया था, जो रियल एस्टेट का कारोबार करता है। सोमवार की छापेमारी की योजना बनाने के लिए ईडी अधिकारियों ने रविवार को ही एक बैठक की थी। कुछ आपत्तिजनक दस्तावेजों को बरामद करने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था। इससे पहले कंपनी और उसके प्रमोटर के खिलाफ महाराष्ट्र के पालघर में मामला दर्ज किया गया था।
कंपनी ने शेयर मूल्य में की थी वृद्धि
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया था कि रियल एस्टेट कंपनी ने पहले इंडिया बुल्स से कर्ज लिया और इंडिया बुल्स हाउसिंग शेयरों में निवेश किया। कंपनी ने शेयर मूल्य में वृद्धि की थी और पैसा बाद में अन्य संस्थाओं को भेज दिया गया था। दिल्ली हाई कोर्ट ने ईडी को कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से रोकने का आदेश जारी किया था। आगे के विवरण की प्रतीक्षा है।