Pakistani connection in Kanpur violence. पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसा हुई थी। उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी जबरदस्त हिंसा हुई थी। अब कानपुर हिंसा में पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने की बात मीडिया में आ रही है। नई सड़क और दादा मियां हाता में बवाल के दौरान एक नंबर से लगातार पाकिस्तान से बात हो रही थी। वह नंबर अकील खिचड़ी नाम के एक हिस्ट्रीशीटर का बताया जा रहा है। वह हिंसा के बाद से ही फरार चल रहा है। SIT को पता चला है कि अकील खिचड़ी, बाबा बिरयानी के मालिक बाबा मुख्तार का भी खास है।
हिंसा के आरोपियों को फंडिंग
बाबा मुख्तार को SIT ने 22 जून को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। अब तक जांच में यह भी साफ हो गया है कि हिंसा के आरोपियों को फंडिंग करने वाला बाबा मुख्तार ही था। उसके गुर्गे के रुमाल लहराते ही भीड़ ने चंद्रेश्वर हाते पर धावा बोल दिया था। एक मुखबिर ने पुलिस को अकील खिचड़ी के मोबाइल का स्क्रीन शॉट उपलब्ध कराया है। उसमें भी पाकिस्तानी नंबर है, जिससे अकील खिचड़ी बात कर रहा था। इसमें अकील ने लिखा, ”शेख साहब और बम चाहिए। काम हो जाएगा।”
डाटा फिल्ट्रेशन में पाकिस्तानी कनेक्शन
तीन जून को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी। घटना की जांच कर रही SIT ने हिंसा प्रभावित क्षेत्र के मोबाइल टॉवर्स का डाटा खंगाला है। इस दौरान पाकिस्तानी नंबर से कानपुर के अकील खिचड़ी की बात होने की जानकारी सामने आई। वह शातिर अपराधी और दाऊद के लिए काम करने वाली डी-2 गैंग का मेंबर भी है। उसके खिलाफ कर्नलगंज थाने में 21 गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस डी-2 गैंग का चैप्टर अब क्लोज कर चुकी है।
अफसरों की उड़ी नींद
हिंसा के करीब 20 दिन बाद पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आने के बाद अफसरों की नींद उड़ गई है। गम्मू खां के हाते में रहने वाला अकील पुलिस ने अकील खिचड़ी की तलाश तेज कर दी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए अन्य एजेंसियों की भी मदद लेने की बात कही जा रही है।