Uttarakhand (उत्तराखंड) में उधम सिंह नगर के काशीपुर में दो बहनों ने धार्मिक समरसता की मिसाल पेश की है। दोनों बहनों ने अपने पिता की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए 1.5 करोड़ की जमीन ईदगाह कमेटी को दान में दे दी है। सरोज रस्तोगी और अनीता रस्तोगी के इस फैसले की मुस्लिम समुदाय के लोग खूब तारीफ कर रहे हैं। साथ ही ईद के मौके पर ईदगाह में सभी ने दोनों बहनों के स्वर्गवासी पिता की आत्मा की शांति के लिए दुआ भी मांगी।
परिवार को नहीं बता पाए थे आखिरी इच्छा
सरोज और अनीता अपने परिवार के साथ दिल्ली और मेरठ में रहती हैं। हाल ही में दोनों को रिश्तेदारों से पता चला कि उनके पिता बृजनंदन प्रसाद रस्तोगी ईदगाह के पास वाली जमीन को दान में देना चाहते थे, जिससे ईदगाह का विस्तार हो सके, लेकिन 2003 में उनके अचानक निधन से परिवार को बृजनंदन की आखिरी इच्छा का पता नहीं चला और बात ठंडे बस्ते में चली गई। जैसे ही पिता की आखिरी इच्छा के बारे में दोनों बहनों को पता चला, तो उन्होंने काशीपुर में ही रहने वाले अपने भाई राकेश रस्तोगी से जमीन दान करने की बात कही। राकेश ने भी पिता की इच्छा का सम्मान करते हए जमीन दान करने के लिए हामी भर दी। बस फिर क्या था, दोनों बहनों ने कानूनी कार्रवाई को पूरा करके जमीन दान कर दी।