नयी दिल्ली : केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का काम संपन्न हो चुका है। अब लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव की बारी है। इस मामले में भाजपा के पास एक ऐसी राजनीतिक रणनीति है, जिसकी कट विपक्ष के पास मुश्किल से मिलेगी। 24 जून से लोकसभा का सत्र शुरू होगा।
टीडीपी और जदयू की भी है डिमांड
इसी सत्र में नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव भी होना है। NDA की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते BJP खुद अपना स्पीकर बनाना चाहती है, तो दूसरी तरह गठबंधन की सहयोगी चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP और नीतीश कुमार की पार्टी JDU भी स्पीकर की कुर्सी पर दावा ठोक रही है। सियासी गलियारों में लोकसभा स्पीकर को लेकर तमाम नाम चर्चा में हैं। इसमें बीजेपी नेता डी. पुरंदेश्वरी का नाम सबसे आगे है। राजमुंदरी से जीतकर आईं Daggubati Purandeswari को स्पीकर बनाकर एक तीर से दो निशाना साधने की तैयारी में है।
एनटी रामा राव की दूसरे नंबर की बेटी
22 जनवरी 1959 को जन्मीं डी. पुरंदेश्वरी का पूरा नाम दुग्गुबाती पुरंदेश्वरी है। वह आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और दक्षिण के कद्दावर नेता रहे एनटी रामाराव की दूसरे नंबर की बेटी हैं। शुरुआती पढ़ाई-लिखाई सेक्रेट हार्ट मैट्रिकुलेशन हायर सेकेंडरी स्कूल चेन्नई से की। इसके बाद चेन्नई के साउथ इंडियन एजुकेशनल ट्रस्ट एंड वूमेन कॉलेज में दाखिला ले लिया। यहां BA लिटरेचर की पढ़ाई की। फिर जेमोलॉजी में डिप्लोमा भी हासिल किया। साल 1997 में हैदराबाद इंस्टीट्यूट ऑफ जेम्स एंड ज्वेलरी की नींव रखी।
5 भाषाओं की हैं जानकार
Daggubati Purandeswari की खास बात यह है कि वह पांच भाषाएं लिख, पढ़ और बोल लेती हैं। हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू और फ्रेंच की जानकारी है। वह कुचिपुड़ी में भी दक्ष हैं। पुरंदेश्वरी देवी की साल 1979 में दग्गुबाती वेंकटेश्वर राव से शादी हुई। उनकी दो बच्चे हैं। एक बेटा हितेश और बेटी निवेदिता।
कांग्रेस से बीजेपी में आईं
पुरंदेश्वरी देवी पहले कांग्रेस में हुआ करती थीं। UPA-2 सरकार में मानव संसाधन एवं विकास राज्य मंत्री हुआ करती थीं। साल 2012 में मनमोहन सिंह सरकार ने उन्हें वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री का पद सौंपा। जब कांग्रेस सरकार ने आंध्र प्रदेश के दो टुकड़े कर दो राज्य बनाने का फैसला लिया तो पुरंदेश्वरी नाराज हो गईं। साल 2024 के लोकसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गईं।
दक्षिण की सुषमा स्वराज
डी. पुरंदेश्वरी को BJP ने पहले महिला मोर्चा का प्रभारी बनाया। इसके बाद उन्हें लगातार प्रमोशन मिलता रहा। साल 2020 में उड़ीसा की प्रभारी बनीं। फिर पार्टी ने उन्हें आंध्र प्रदेश का अध्यक्ष बना दिया। पुरंदेश्वरी देवी बहुत सौम्य स्वभाव के लिए जानी जाती हैं। इसलिये उन्हें दक्षिण का सुषमा स्वराज कहा जाता है।
सीएम चंद्रबाबू नायडू की साली
दिलचस्प बात यह है कि पुरंदेश्वरी देवी स्पीकर की कुर्सी पर दावा कर रहे TDP के मुखिया एन. चंद्रबाबू नायडू की साली हैं। उनकी बहन नारा भुवनेश्वरी से चंद्रबाबू नायडू की शादी हुई है। अगर बीजेपी, स्पीकर की कुर्सी के लिए पुरंदेश्वरी का नाम आगे करती है तो इस बात की ज्यादा संभावना है कि नायडू इसका विरोध नहीं करेंगे। एक और रोचक बात यह है कि जब चंद्रबाबू नायडू ने अपने ससुर एनटी रामा राव की सरकार का तख्तापलट किया था, तब पुरंदेश्वरी देवी ने नायडू का साथ दिया था। इसलिए भी इस बात की ज्यादा संभावना है कि नायडू उनके पक्ष में ही खड़े रहेंगे।