New Delhi news : शराब नीति घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का आरोप है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपराधिक साजिश के जरिए जुटाए गए अवैध धन से आम आदमी पार्टी को लाभ पहुंचाया।
सीबीआई ने अपने पूरक आरोपपत्र में आरोप लगाया है कि केजरीवाल के पास आबकारी नीति के निजीकरण की पहले से ही योजना थी। और उन्होंने मार्च 2021 में आम आदमी पार्टी के लिए मौद्रिक सहायता मांगी थी। यह सह-आरोपी मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में मंत्रियों के समूह द्वारा नीति के निर्माण के दौरान हुआ था।
आम आदमी पार्टी का बयान भ्रामक
जांच एजेंसी ने आगे कहा कि केजरीवाल के करीबी सहयोगी विजय नायर, जिन्हें इस सप्ताह की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी थी, ने कथित तौर पर दिल्ली आबकारी कारोबार में विभिन्न हितधारकों से संपर्क किया और आबकारी नीति में अनुकूल समायोजन के बदले में अवैध रिश्वत की मांग की। सीबीआई ने आगे आरोप लगाया है कि गोवा विधानसभा चुनाव 2022 के लिए चुनाव खर्च पर ‘आप’ का बयान भ्रामक है क्योंकि इसमें केवल बैंक लेनदेन के माध्यम से किए गए भुगतानों को सूचीबद्ध किया गया है, विक्रेताओं, विधानसभा प्रबंधकों, बूथ प्रभारियों और स्वयंसेवकों को किए गए पर्याप्त नकद भुगतान को छोड़ दिया गया है।