महाराष्ट्र के सातारा और सोलापुर में हुई भाजपा की चुनावी सभा, सम्मिलित हुए प्रधानमंत्री
Mumbai news, Maharashtra news, Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सातारा में एक चुनावी सभा में कहा, “जब तक मैं जिन्दा हूं, कांग्रेस को संविधान बदलने नहीं दूंगा। कांग्रेस और इंडी गठबंधन के लोग झूठा प्रचार कर रहे हैं कि अगर मोदी तीसरी बार सत्ता में आये, तो संविधान बदल देंगे।” उन्होंने मतदाताओं से कांग्रेस के झूठे प्रचार पर विश्वास न करने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सातारा में चुनाव प्रचार सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब तक मुझे जनता का आशीर्वाद है, तब तक धर्म के नाम पर आरक्षण लागू करने या संविधान को बदलने का प्रयास नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि तत्कालीन कांग्रेसी प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में दखल नहीं देना चाहिए। यानी गरीब भूख से मर जाये, अनाज सड़ जाये, लेकिन कांग्रेस सरकार गरीबों को अनाज देने को तैयार नहीं थी। आज हमारी सरकार 80 करोड़ जरूरतमंद लोगों को हर महीने मुफ्त अनाज उपलब्ध कराती है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश 1947 में आजाद हुआ, लेकिन कांग्रेस ने देश में गुलामी की मानसिकता को पनपने दिया। छत्रपति महाराज की नौसेना का लोहा पूरी दुनिया मानती थी, लेकिन इतने सालों तक स्वतंत्र भारत की नौसेना के झंडे पर ब्रिटिश चिह्न था। मैंने अंग्रेजों के इस प्रतीक को बदल दिया। मेरा दृढ़ संकल्प है कि हमारे नौसैनिक ध्वज पर छत्रपति शिवाजी का प्रतीक चिह्न लगाने से इस ध्वज की ताकत बढ़ जायेगी।
सत्ता पाने के लिए देश को बांटती रही है कांग्रेस
भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सोलापुर में कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा सत्ता पाने के लिए देश को बांटती रही है। इंडी गठबंधन का मकसद किसी तरह सत्ता हासिल कर मलाई खाना है। इसलिए मतदाताओं को इंडी गठबंधन की साजिश से सावधान रहने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को सोलापुर में भाजपा उम्मीदवार राम सातपुते के समर्थन में आयोजित प्रचार सभा को सम्बोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन में नेता के नाम पर महासंग्राम चल रहा है। अब आप बताइए, क्या आप इतना बड़ा देश किसी ऐसे व्यक्ति के हाथ में देने जा रहे हैं, जिसका नाम नहीं पता, जिसका चेहरा नहीं मालूम?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मुझे धन, दौलत नहीं चाहिए। मुझे सफलता प्रसिद्धि नहीं चाहिए। मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए। मैं आज आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। इस साल के चुनाव में आप अगले 05 साल के विकास की गारंटी के लिए वोट करने जा रहे हैं। दूसरी ओर, वे लोग हैं, जिन्होंने 2014 से पहले देश को भ्रष्टाचार, आतंकवाद और कुशासन की ओर अग्रसर किया। अपने दागदार इतिहास के बावजूद कांग्रेस देश की सत्ता दोबारा हासिल करने का सपना देख रही है।
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए पिछले 10 साल में जितना काम हुआ है, उतना आजादी के बाद कभी नहीं हुआ। कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए एससी, एसटी, ओबीसी के हर अधिकार को रोकने की कोशिश की। उनकी एक चाल उन्हें अपना आश्रित बनाये रखने की थी, ताकि हम उनसे वोट प्राप्त कर सकें। उसने जान-बूझ कर ऐसा किया, लेकिन मोदी और आपका रिश्ता दिल से जुड़ा है। पिछले 10 वर्षों में हमने सामाजिक न्याय पर काम किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैंने तय कर लिया है कि अब गरीब बच्चों को डॉक्टर बनाना है। उनकी बेटियां भी इंजीनियर और डॉक्टर बनना चाहती हैं, लेकिन हर किसी की किस्मत में अंग्रेजी पढ़ना नहीं लिखा होता। अगर वह मराठी स्कूल में पढ़ रहा है, तो उसका अपराध क्या है? अब आप मराठी के जरिये डॉक्टर, इंजीनियर बन सकते हैं। अगर आपको अंग्रेजी नहीं आती, तो भी आप देश चला सकते हैं। कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि दलित, आदिवासी और ओबीसी नेता देश का नेतृत्व करें। पीएम मोदी ने देश के विकास के लिए मतदाताओं से भाजपा नीत एनडीए गठबंधन के उम्मीदवारों को मतदान करने की अपील की है।
गुरु तेग बहादुर साहस, करुणा व नि:स्वार्थता के अवतार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को नौवें गुरु तेग बहादुर जी के प्रकाश पर्व पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि दुनिया भर में लाखों लोग उन्हें साहस, करुणा और नि:स्वार्थता के अवतार के रूप में याद करते हैं।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “श्री गुरु तेग बहादुर जी को उनके प्रकाश पर्व के पवित्र अवसर पर नमन करता हूं। दुनिया भर में लाखों लोग उन्हें साहस, करुणा और नि:स्वार्थता के अवतार के रूप में याद करते हैं। उनका जीवन एक मार्गदर्शक प्रकाश के रूप में कार्य करता है, जो धार्मिकता और भक्ति के मार्ग को उजागर करता है। न्याय और सभी व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता उनकी महानता के प्रमाण के रूप में खड़ी है। अत्याचार और अत्याचार के सामने उन्होंने निडर होकर निष्पक्षता और समानता के सिद्धांतों की रक्षा की।”