Guwahati news : असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा हर दिन अपनी टिप्पणियों के लिए सुर्खियों में रहते हैं। उनकी हर बात हंगामा पैदा करती है। हाल में उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं को जमीन हड़पने और असमिया लोगों की पहचान को खतरे में डालने की मंशा से अंजाम दिया गया है। सरमा ने कहा कि धींग में पीड़िता के परिवार ने मुझसे कहा कि वे अब वहां नहीं रहना चाहते।’ गौरतलब है कि धींग इलाके में ट्यूशन से घर लौट रही नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था।
मुख्यमंत्री रहते हुए अपनी जान को बता दिया खतरा
सरमा ने दावा किया कि पैटर्न के तहत पहले एक या दो व्यक्ति गांव में आते हैं। घर बनाते हैं, फिर वे अपने घरों में गोमांस खाना शुरू कर देते हैं। पड़ोसी इससे असहज होकर क्षेत्र छोड़ना शुरू कर देते हैं। यह बारपेटा, मंगलदाई और अन्य स्थानों पर हो रहा है। किसी दिन मेरी जान को खतरा हो सकता है, लेकिन मैं यह कह रहा हूं, क्योंकि यह मेरा कर्तव्य है। एक न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, बांग्लादेश में संकट के बीच हिमंत ने दावा किया कि हिंदू बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ का प्रयास नहीं कर रहे हैं। पिछले एक महीने में हमें घुसपैठ करने वाला एक भी हिंदू नहीं मिला है, लेकिन हमने पिछले एक महीने में 35 मुस्लिम घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है।