National news, international news, World health organisation, corona virus update : पिछले चार सालों से कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया को भारी नुकसान पहुंचाया है। अब दुनिया भर में एक और बड़े संकट की संभावना है, जो कोविड-19 से भी खतरनाक हो सकता है। इस बाबत विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने हाल ही में जिनेवा में हुए विश्व स्वास्थ्य सभा की बैठक में बयान दिया है, जिससे पूरी दुनिया हैरत में पड़ गई है। टेड्रोस ने कहा है, “एक और महामारी हमेशा के लिए आ सकती है। इससे भयानक बीमारी फैल सकती है और बहुत सारे लोगों की मौत हो सकती है। हमें इसके सामने संयुक्त रूप से तैयार रहने की आवश्यकता है। हालांकि, कोविड-19 के मामलों में कुछ कमी आई है, लेकिन एक और महामारी की संभावना अभी भी बनी हुई है। इससे मरीजों और मौतों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो सकती है।”
डिजीज एक्स क्या है
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कई बीमारियों की पहचान की है, जो भविष्य में महामारी का रूप धारण कर सकती है। इन बीमारियों में इबोला वायरस, मारबर्ग, मध्य पूर्व श्वसन तंत्रीय सिंड्रोम, सीवियर एक्यूट श्वसन तंत्रीय सिंड्रोम, कोविड-19, जीका, और एक पर्याप्त डरावनी बीमारी “डिजीज एक्स” शामिल है। अब इन बीमारियों के बारे में थोड़ा जानते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, “डिजीज एक्स” एक शब्द है, जिसका उपयोग डब्ल्यूएचओ द्वारा किया जाता है ताकि ऐसी एक बीमारी का वर्णन किया जा सके, जो मानव संक्रमण के कारण होती है और जिसके बारे में वैज्ञानिक ज्ञान अभी तक कम है। इसे सरल शब्दों में समझने के लिए, “डिजीज एक्स” एक शब्द है, जिसका उपयोग ऐसी बीमारी या संक्रमण के लिए किया जाता है। इसके बारे में वर्तमान में किसी को कुछ पता नहीं होता है।
डिजीज एक्स का नहीं है कोई टीका या इलाज
WHO ने 2018 में डिजीज एक्स का पहली बार उपयोग किया था। इसके बाद ही 2019 में कोरोना वायरस जैसी बीमारी दुनिया के सामने आई। ऐसा माना जा रहा है कि डिजीज एक्स वायरस, बैक्टीरिया या फंगस के कारक हो सकता है और चिंता इस बात की है कि इसके लिए कोई टीका या इलाज उपलब्ध नहीं है। कोरोना वायरस के मामले में भी यही स्थिति थी।
जानवरों से फैल सकती है यह बीमारी
कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि दुनिया के सामने आने वाली नई बीमारी “एक्स-जूनोटिक” हो सकती है। इसका अर्थ है कि यह जंगली या घरेलू जानवरों में उत्पन्न होगी और उसके बाद मनुष्यों को संक्रमित करेगा। इबोला, एचआईवी/ एड्स और कोविड-19 जूनोटिक महामारियां थीं। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अगली महामारी किसी वायरस या बैक्टीरिया के कारण भी फैल सकती है। इसके अलावा इस बात का भी अनुमान है कि डिजीज एक्स एक प्रयोगशाला दुर्घटना या जैविक हमले के कारण भी उत्पन्न हो सकती है।
इस बीमारी को रोकने के उपाय
डिजीज एक्स के प्रकोप को रोकने और उसका मुकाबला करने के लिए, दुनियाभर के मेडिकल एक्सपर्ट सभी संभावित उपाय, शोध और निगरानी कर रहे हैं। कुल मिलाकर एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोविड-19 महामारी दुनिया पर कहर बरपाने वाली पहली या आखिरी बीमारी नहीं है। दुनिया को अगले प्रकोप की तैयारी करने की जरूरत है।
WHO ने बनाई है बीमारियों की लिस्ट
डिजीज एक्स को रोकने और इससे निपटने के लिए, वैश्विक मेडिकल विशेषज्ञ विभिन्न उपाय, अनुसंधान और निगरानी का प्रयास कर रहे हैं। संपूर्ण रूप से विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 महामारी दुनिया का अस्तित्व समाप्त करने वाली पहली या अंतिम बीमारी नहीं है। दुनिया को आने वाली महामारी से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ ने बीमारियों की सूची बनाई
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ संक्रामक और रोगों की एक सूची तैयार की है, जो आगामी महामारी के कारण बन सकते हैं। इनमें से कुछ नाम पहले से ही जाने जाते हैं, जैसे इबोला, सार्स और जीका, लेकिन इस सूची में एक भयानक नाम ‘डिजीज एक्स’ शामिल है। इसके अलावा, मारबर्ग वायरस, क्रिमियाई-कांगो हेमोरेजिक फीवर, लस्सा फीवर, निपाह और हेनिपावायरल रोग, रिफ्ट वैली फीवर और मध्य पूर्व श्वासनली सिंड्रोम भी शामिल हैं।