Politics में कभी-कभार आरोप-प्रत्यारोप का मामला बड़ा इश्यू बन जाता है। चुनाव के दौरान वोट के लिए मर्यादा की सीमा के बाहर जाकर राजनीतिक दलों का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कोई नई बात नहीं है, लेकिन आज हालात टकराव और घृणा तक की स्थिति में पहुंच गए हैं। हो रहे विधानसभा चुनाव में नेताओं का भाषण हमारे लोकतंत्र के दामन को दागदार बना रहा है। बस कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे और जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए। उनके आरोप में अलगाववादियों से केजरीवाल की नजदीकी की बू आती है। इस मुद्दे को कांग्रेस और भाजपा ने राजनीतिक नजरिए से खूब उछाला। राहुल गांधी ने केजरीवाल से सीधा सवाल कर सीधा जवाब मांगा कि कुमार विश्वास सही कह रहे हैं या गलत, हां या ना में अरविंद केजरीवाल को जवाब देश को देना चाहिए। विलंब से ही सही, लेकिन केजरीवाल ने 18 फरवरी को कुमार विश्वास के आरोपों का जवाब इस अंदाज में दिया कि सभी लोग चौंक गए। उन्होंने खुद को ‘स्वीट आतंकवादी’ कहा और अपने को भगत सिंह का चेला भी बताया। इस संदर्भ में अपना मजबूत तर्क भी रखने का प्रयास किया। इस बीच इस मामले में बड़ा मोड़ तब आया, जब केंद्र सरकार ने केजरीवाल पर कुमार विश्वास के आरोपों की जांच की बात कही है। इस मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा था, जिसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले को गंभीरता से लेने की बात कह कर जांच कराने का स्पष्ट संकेत दिया है।
इस मामले को निजी तौर पर देखेंगे केंद्रीय गृहमंत्री Amit Shah
अमित शाह ने 18 फरवरी को पंजाब के सीएम के पत्र का जवाब दिया और कहा कि वे निजी तौर पर इस मामले को देखेंगे। उन्होंने वादा किया है कि वह आम आदमी पार्टी और प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के बीच कथित संबंधों की जांच कराएंगे। पंजाब सीएम चरनजीत सिंह चन्नी ने एक ट्वीट के जरिए लिखा था, ”पंजाब के सीएम के रूप में, मैं प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि हाल ही में कुमार विश्वास ने जो कहा है, इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।” उन्होंने आगे कहा था कि राजनीति एक तरफ, पंजाब के लोगों ने अलगाववाद से लड़ते हुए भारी कीमत चुकाई है। प्रधानमंत्री को हर पंजाबी की चिंता दूर करने की जरूरत है।”
पंजाब सीएम को अमित शाह ने लिखा पत्र
इसी पत्र के जवाब में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री चन्नी को लिखा है, ”एक राजनीतिक पार्टी का देश विरोधी, अलगाववादी और प्रतिबंधित संस्था से संपर्क रखना और चुनाव में सहयोग प्राप्त करना देश की अखंडता के दृष्टिकोण से अत्यंत गंभीर है। इस प्रकार के तत्वों का एजेंडा देश के दुश्मनों के एजेंडे से अलग नहीं है। यह अत्यंत निंदनीय है कि सत्ता पाने के लिए ऐसे लोग अलगाववादियों से हाथ मिलाने से लेकर पंजाब और देश को तोड़ने की सामा तक जा सकते हैं।” गृहमंत्री शाह ने आगे लिखा, ”इस विषय पर मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। भारत सरकार ने इसे अत्यंत गंभीरता से लिया है और मैं स्वयं इस मामले को गहराई से दिखावाऊंगा।”