Bihar में सरकारी पदों पर रहकर आर्थिक अनियमितता और गड़बड़ी करने और संपत्ति अर्जित करने के खिलाफ नीतीश सरकार सख्त है। इस क्रम में 21 फरवरी को अवैध बालू खनन में संदिग्ध भूमिका के बाद रडार पर आए खान एवं भूतत्व विभाग के उप निदेशक सुरेन्द्र प्रसाद सिन्हा पर इकोनामिक ऑफेंस यूनिट यानी आर्थिक अपराध इकाई (EOU) का शिकंजा कस गया है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में उनके तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई। तलाशी में पटना स्थित किराए के मकान से 11 लाख 79 हजार 800 रुपये नकद और 19 लाख से अधिक के जेवर बरामद हुए। बैंक और वित्तीय संस्थानों में बड़े पैमाने पर निवेश के कागजात भी हाथ लगे हैं। इसके अलावा पत्नी के नाम पर खरीदे गए 6 भूखंडों का भी पता चला है।
अवैध बालू खनन में संदिग्ध भूमिका
ईओयू के अनुसार, अवैध बालू खनन, भण्डारण और गैर कानूनी व्यापार में सुरेन्द्र प्रसाद सिन्हा की संदिग्ध भूमिका के बाद उनकी संपत्ति की जांच की गई। जांच में आय से 68.32 प्रतिशत अधिक संपत्ति पाई गई। ईओयू ने 17 फरवरी को इसकी प्राथमिकी दर्ज करने के बाद छापेमारी की। पटना के रुपसपुर के वेदनगर स्थित किराये के मकान, औरंगाबाद के मवेशी अस्पताल के पीछे महाराणा प्रताप नगर स्थित पैतृक मकान और सचिवालय के विकास भवन स्थित खान एवं भूतत्व विभाग के कार्यालय कक्ष की तलाशी ली गई। ईओयू के मुताबिक उनकी अनुमानित आय 1 करोड़ 31 लाख 55 हजार रुपये पाई गई। इनकी परिसंपत्तियां 89 लाख 88 हजार रुपये की मिली है।