बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें पटना के मेदांता अस्पताल में ले जाया गया। यह संयोग ही था कि मांझी फिलहाल पटना में थे, इसलिए उन्हें जल्द बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सकी। पूर्व सीएम अपना अच्छा-खासा वक्त गया में और अपने गांव पर भी गुजारते रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रवक्ता डा. दानिश रिजवान ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री की हालत में सुधार है। उन्होंने बताया कि अब अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है।
ब्रेन स्ट्रोक की बात को पार्टी ने नकारा
तबीयत बिगड़ने चर्चा के बीच जीतन राम मांझी को एमआरआइ जांच में ब्रेन स्ट्रोक की आशंका जाहिर की गई है। हालांकि उनकी स्थिति चिंताजनक नहीं है। अभी वे पूरी तरह होश में हैं। दूसरी तरफ उनकी पार्टी के प्रवक्ता डॉ दानिश रिज़वान ने हल्के ब्रेन स्ट्रोक की बात को सिरे से नकारा है। उन्होंने कहा कि मांझी का शुगर लेवल कम हो गया है। इसी वजह से वे असामान्य महसूस कर रहे थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। मांझी होश में रहकर सभी आने-जाने वालों से बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, डाक्टरों ने उन्हें आराम करने को कहा है।
एक दिन पहले भी कराया था चेकअप
दानिश रिजवान ने बताया कि मांझी के स्वास्थ्य को लेकर कुछ भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मांझी एक दिन पहले भी मेदांता अस्पताल गए थे और अपना शुगर चेक कराया था। रविवार को वे फुल बाडी चेकअप के लिए फिर से मेदांता अस्पताल गए हैं। उन्होंने कहा कि मांझी रूटीन चेकअप कराने के लिए अस्पताल गए हैं। वे पहले भी नियमित अंतराल पर अपनी जांच कराते रहे हैं। कई बार उन्होंने दिल्ली जाकर भी जांच कराई है। उनके स्वास्थ्य को लेकर घबराने जैसी कोई बात नहीं है।
लकवा की शिकायत लेकर हुए थे भर्ती
सूत्रों की मानें तो जीतन राम मांझी आज शाम तक डिस्चार्ज हो सकते हैं। वह चेहरे पर लकवा का हल्का असर होने की शिकायत लेकर कल देर शाम अस्पताल में भर्ती हुए थे। उन्हें आइसीयू में भर्ती कर जांच और इलाज शुरू किया गया था। जांच रिपोर्ट सामान्य रहने के कारण आज शाम तक डिस्चार्ज करने की बात है।