बिहार विधानसभा में सोमवार को द कश्मीर फाइल्स का जमकर विरोध किया गया। नीतीश सरकार ने सभी विधायकों को फिल्म दिखाने के लिए कहा था। विधायकों को को इसके लिए उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने टिकट दिए थे। विधानसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई विधायक हंगामा करने लगे। माले और राजद के सदस्यों ने फिल्म कश्मीर फाइल्स में धार्मिक भावना को आहत करने का आरोप लगाकर फिल्म के टिकट फाड़ दिया। हंगामा कर रहे विपक्ष ने टिकट आसन के सामने फेंक दिए। कांग्रेस फिल्म के विरोध में शामिल नहीं हुई। विधायक प्रतिमा दास ने दि कश्मीर फाइल्स के एक से अधिक टिकट की मांग की, जिसपर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने हामी भर दी।
विपक्षी विधायकों ने खूब लगाए नारे
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के विधायक विरोध करने लगे। माले विधायक मनोज मंजिल ने कहा कि भाजपा कश्मीर फाइल्स की आड़ में नफरत का टिकट बांट रही है। समाज का भाजपाईकरण करने की कोशिश की जा रही है, हम ऐसा नहीं होने देंगे। विधायक महबूब आलम ने कहा कि अतीत की बात वर्तमान में सामने लाकर जनता में नफरत फैलाई जा रही है। फिल्म के माध्यम से मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है। राजद विधायक रामप्रीत सादा ने कहा कि अत्याचार को हिंदू-मुस्लिम में नहीं बांटा जाए।
फिल्म दिखा कर क्या संदेश देना चाहती है सरकार
राजद विधायक राकेश रोशन ने कहा कि सरकार फिल्म दिखाकर क्या संदेश देना चाह रही है समझ नहीं आता। अगर दिखाना ही है तो बेरोजगारी दिखाएं, कुपोषण दिखाएं। देश में बढ़ रही अशिक्षा को सामने लाएं। कार्यवाही के दौरान विरोध करने पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि टिकट इस लिए दिया गया है कि सदस्य फिल्म देखें। पहले दि कश्मीर फाइल्मस देख लें फिर तय करें कि धार्मिक भावना आहत की गई है या नहीं। मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि फिल्म में कश्मीर की सच्चाई दिखाई। विपक्ष एजेंडा बनाकर विरोध कर रहा है।