पश्चिम बंगाल में मवेशियों और कोयले की तस्करी मामलों की जांच कर रही सीबीआई को महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। उसने मनी सप्लाई चेन का पता लगा लिया है। उसके पास इस बात के पक्के सबूत मिल गए हैं कि इसके जरिए भारी मात्रा में राशि ली गई और फिर कहां इसे भेजा गया। सूत्रों के अनुसार सीबीआई बहुत जल्द इस मामले में महत्वपूर्ण खुलासा करने वाली है।
टीएमसी नेता अनुब्रता मंडल के अंगरक्षक और कॉन्स्टेबल सहगल हुसैन ने पैसे हस्तांतरित किए
सीबीआई को यह मालूम हो चुका है कि तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेता माने जाने वाले अणुव्रत मंडल के अंगरक्षक और पश्चिम बंगाल पुलिस में कांस्टेबल सहगल हुसैन ने करोड़ों रुपये के इस मवेशी और कोयला तस्करी घोटाले में अपने रिश्तेदारों के बीच से धन हस्तांतरण की एक श्रृंखला स्थापित की थी। हुसैन इस समय सीबीआई की हिरासत में हैं और केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को पहले ही नकदी, जमीन जायदाद, कई आवास और सोने के रूप में उनके स्वामित्व वाली अरबों रुपये की बड़ी संपत्ति का पता चला है। इसने सीबीआई के अधिकारियों को हैरान कर दिया है कि पेशे से राज्य पुलिस का एक साधारण कांस्टेबल इतनी बड़ी संपत्ति का मालिक कैसे बन गया। प्रारंभिक जांच से निकले निष्कर्षों के अनुसार हुसैन ने इन रिश्तेदारों के बैंक खातों का उपयोग उनके बैंक खातों का उपयोग तस्करी की आय की प्राप्ति और हस्तांतरण दोनों के लिए किया था।
सीबीआई हुसैन के मामा उसे कर चुकी है पूछताछ
आपको बताते चलें कि सीबीआई पहले ही सहगल हुसैन के छह मामाओं से पूछताछ शुरू कर चुकी है। इनके बैंक खातों का कथित तौर पर इस धन प्राप्ति और हस्तांतरण प्रक्रिया में इस्तेमाल किया गया है। हुसैन की तरह, उनके छह मामा, जो मुख्य रूप से परिवहन और डंपर-हायरिंग व्यवसायों में शामिल थे। 2014 से इनकी संपत्ति में भारी उछाल हुई है। उसी वर्ष हुसैन को राज्य पुलिस द्वारा मंडल की सुरक्षा का काम सौंपा गया था। आपको बता दें की अणुव्रत मंडल बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हैं।
दो नंबरी धंधे के और है कई लाभार्थी, सीबीआई इनसे भी कर लो वाली है पूछताछ
सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सहगल हुसैन शायद बीरभूम में एकमात्र पुलिसकर्मी नहीं था, जो इस अवैध व्यापार और दो नंबरी धंधे में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभार्थी था। हुसैन की डायरी से, सीबीआई को बीरभूम में कई वर्तमान और पूर्व पुलिस कर्मियों के नाम मिले हैं, जिन्हें सीबीआई के अधिकारी तलब करने वाले हैं। मंडल दो मामलों में सीबीआई की जांच के घेरे में हैं। सीबीआई मवेशी वह कोयला तस्करी मामले में जांच कर रही है और उनसे दो बार पूछताछ भी कर चुकी है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय की जांच शाखा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इस मामले में समानांतर जांच कर रहा है। पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मामलों में कथित संलिप्तता के लिए भी मंडल से सीबीआई की विशेष शाखा पूछताछ कर चुकी है।