महाराष्ट्र में पिछले 5 दिनों से चल रहे राजनीतिक गतिरोध के कारण शनिवार को मुंबई में 10 जुलाई तक कर्फ्यू लगा दिया गया और पार्टी कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस सख्ती के बाद भी आज दोपहर में उल्हासनगर में शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के कार्यालय पर तोड़फोड़ की गई। बागी शिवसेना विधायक मंगेश कुडालकर के मुंबई स्थित कार्यालय तथा पुणे में तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई थी। इन मामलों में 19 शिवसैनिकों को गिरफ्तार किया गया है। गृहमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाने का भी निर्देश दिया है।
मुंबई पुलिस आयुक्त ने दिए सख्त निर्देश
मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे ने सुबह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक आयोजित की और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कठोर भूमिका अपनाने का निर्देश दिया। इसके बाद मुंबई पुलिस ने मुंबई में 10 जुलाई तक कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया। इस आदेश में सरकारी कार्यालय, शादी समारोह, अंतिम संस्कार, सिनेमागृह तथा नाट्यगृह को छूट दी गई है। शहर के सभी जगह पोस्टर तथा बैनर हटाने का भी आदेश जारी किया गया है। इतना ही नहीं पुलिस की स्पेशल टीम सोशल मीडिया पर भी नजर रखेगी। पुलिस ने हिंसक बैनर पोस्टर को तत्काल हटाने के आदेश दिए हैं। यह आदेश राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए जारी किया गया है। मुंबई पुलिस ने सभी पक्षों और कार्यकर्ताओं से शांति की अपील की है।