हरियाणा की करनाल पुलिस ने दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। यह जानकारी देते हुए करनाल पुलिस ने बताया कि यह दोनों हत्याएं अवैध संबंध के साथ में की गई है। डबल मर्डर के आरोपित विश्वजीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। पूछताछ में विश्वजीत ने पुलिस के समक्ष अपनी पत्नी और दोस्त की हत्या करने की बात को स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने उस कुल्हाड़ी को भी बरामद कर लिया, जिससे उसने दोस्त की हत्या की थी। इससे पहले आरोपी अपनी पत्नी की हत्या कर चुका था। मिली जानकारी के अनुसार विश्वजीत के पिता शहर के गणमान्य लोगों में गिने जाते हैं। वह विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। विश्वजीत का पहले एक स्कूल था, जिसमें उसका दोस्त केयर टेकर के रूप में काम करता था। विश्वजीत को अपनी पत्नी और दोस्त के अवैध संबंधों को लेकर शक था, जिस वजह से उसने दोनों की हत्या कर दी।
दो महीने पहले पत्नी की कर दी थी हत्या
विश्वजीत करीब 2 माह पहले अवैध संबंध के शक में अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी। उसी ने 30 जुलाई को अपने दोस्त नवीन की भी कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। विश्वजीत ने अपने दोस्त नवीन का प्राइवेट पार्ट भी 90 प्रतिशत काट दिया था। दोस्त की हत्या करके आरोपित ने कमरे में ताला लगा दिया। वह दूसरे कमरे में अपने दो बच्चों के साथ रहता रहा। वह दोस्त की लाश को जब तक ठिकाने लगा पाता, उससे पहले ही उसे शक के आधार पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि विश्वजीत ने 3 जून को अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी और पांच जून को उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। आरोपी से परिवार और ससुराल पक्ष के लोग संपर्क नहीं रखते थे। इस कारण पत्नी की मौत का पता किसी को नहीं लगा।
बैट से पीट-पीट कर की थी पत्नी की हत्या
गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में आरोपी ने पत्नी की हत्या का राज भी उगला है। उसने बताया कि उसे शक था कि दोस्त का उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध थे। इसलिए दोस्त को शराब पिलाकर कुल्हाड़ी मारकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने मंगलवार को विश्वजीत को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें उसकी रिमांड मिल गई। बता दें कि सोमवार को आरोपी के दोस्त के शव का कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम करवाया गया। इसके बाद शव उसके परिजनों को सौंप दिया। पुलिस के समक्ष आरोपी ने अपनी पत्नी की हत्या की भी पूरी कहानी बताई। उसने बताया कि 3 जून को पत्नी को उसने किक्रेट बैट से मारा था। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल होने के बाद भी उसने इलाज नहीं करवाया। इस कारण वह 5 जून को तड़प-तड़प कर स्वर्ग सिधार गई।