Butwal letest Hindi news : सार्क ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन का वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय ऑर्थोपेडिक सम्मेलन 16 से 18 फरवरी तक नेपाल आर्थोपेडिक एसोसिएशन के साथ बूटवल में संपन्न हुआ। इसमे 600 से ज्यादा अस्थि रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया। संकायों ने अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। सम्मेलन में पूर्वांचल के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजीत सैगल ने भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत अपने द्वारा इन्वेंट किए हुए स्वदेशी डॉक्टर सैगल’स एच.टी.ओ. प्लेट का प्रदर्शन किया। यह प्लेट भारत सरकार द्वारा पेटेंट है। डॉक्टर सैगल ने एच.टी.ओ प्लेट के बारे में लोगों को बताया कि यह ग्रेड 3 के आस्टियोआर्थराइटिस में घुटने के नीचे से हड्डी को काटकर एक ब्लॉक के जरिए इस प्लेट को फिक्स किया जाता है, जिससे पैर सीधा हो जाता है और घुटना बदलने की जरूरत नहीं पड़ती। इसे मीडियल ओपन वेज हाई टीबयल ओस्टियोटोमी कहते हैं।
डॉक्टर सैगल वहां टिबिया हड्डी के बोन मॉडल पर
ओस्टियोटोमी कर के पैर के टेढ़े पन को सीधा करके प्लेट लगाने की वर्कशॉप कराई। काफी संख्या मे अस्थि रोग सर्जन ने बोन मॉडल मे प्लेट लगाना सीखा।उपस्थित कई अस्थि रोग विशेषज्ञों द्वारा इस प्लेट के बारे में प्रश्न पूछे गए डॉक्टर सैगल ने सभी के प्रश्नों का उत्तर दे करके उनके जिज्ञासाओं को शांत किया। डॉ सैगल को नेपाली टोपी पहना कर और दुपट्टा देकर सम्मानित किया गया। सार्क आर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ रमेश् सिंह, बांग्लादेश के डॉ बारी और पाकिस्तान के डॉ परवेज अंजुम ने संयुक्त रूप से डॉ सैगल को प्रमाण पत्र प्रदान किया। नेपाल आर्थोपेडिक एसोसिएशन के डॉ रविंद्र प्रधान, डॉ दीपक महारा, डॉ महेश श्रीवास्तव और डॉ लखन लाल शाह ने डॉ सैगल को बधाई दी।