हिंद महासागर में चीन के प्रभाव बढ़ाने के प्रयासों से जुड़ी चिंताओं के बीच रक्षा सचिव अजय कुमार व मालदीव के शीर्ष सैन्य अधिकारियों में द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के मुद्दे पर सार्थक बातचीत हुई। मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है। पिछले कुछ वर्षो में दोनों देशों के द्विपक्षीय रक्षा संबंध और मजबूत हुए हैं।कुमार ने माले में वार्ता के एक दिन बाद ट्वीट किया, ‘तीसरे रक्षा सहयोग संवाद के लिए मालदीव आकर खुश हूं। यह चर्चा बहुत ही सार्थक रही है।
संभावनाओं को लेकर जताई खुशी
कुमार ने कहा कि मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल के आतिथ्य सत्कार की मैं प्रशंसा करता हूं। भारत ने नवंबर में मालदीव व श्रीलंका के साथ हिंद महासागर में दो दिनी समुद्री अभियान चलाया था।मालदीव के नेशनल डिफेंस फोर्स (एमएनडीएफ) के प्रमुख मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल ने ट्वीट किया, ‘भारत के रक्षा सचिव अजय कुमार व उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का तीसरे रक्षा सहयोग संवाद के लिए स्वागत करके बहुत खुशी हुई। डीसीडी हमारे समयबद्ध रक्षा सहयोग संबंधों में अहम है। हम एमएनडीएफ के क्षमता निर्माण की संभावनाओं को लेकर बहुत खुश हैं।’विकासात्मक सहयोग भारत-मालदीव संबंध का अहम उभरता स्तंभ है।
1.2 अरब डालर का कर्ज दे रहा भारत
भारत द्वीपीय देश में बुनियादी ढांचे व सामुदायिक विकास परियोजनाओं के लिए 1.2 अरब डालर का कर्ज दे रहा है। पिछले साल अगस्त में मालदीव ने भारत द्वारा वित्त पोषित एक संपर्क परियोजना के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किया था। कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी भारत ने मालदीव की सहायता की थी, जिसमें वैक्सीन की आपूर्ति भी शामिल है। पिछले साल भारत की वैक्सीन मैत्री पहल का पहला फायदा भी मालदीव को मिला था।