Reality of fight for power is greedy and hateful. सत्ता की लड़ाई की सच्चाई कितनी लालची और घिनौनी हो सकती है, यह वर्तमान में महाराष्ट्र की सियासी गतिविधियों में पैठकर समझा जा सकता है। उद्धव सरकार बचेगी या जाएगी, यह भविष्य के गर्भ में है, पर सत्ता के लिए जो इधर से और उधर से हो रहा है, वह जनता और जनतंत्र की नजर से देखिए तो दुखद लगता है। यहां सियासी उठा-पटक के बीच शिवसेना ने बड़ा दावा किया है। शिवसेना ने कहा है कि एकनाथ शिंदे के खेमे में शामिल अकोला से विधायक नितिन देशमुख को सूरत के होटल में गुजरात पुलिस ने जमकर पीटा। वह मुंबई आना चाहते थे, लेकिन उन्हें बंधक बनाकर गुवाहाटी ले जाया गया है।
होटल में हंगामे के बाद पुलिस ने पीटा
शिवसेना ने दावा किया है कि होटल में जब नितिन मुंबई जाने को लेकर हंगामा कर रहे थे, तो उस वक्त पुलिस अधिकारियों ने उन्हें पीटा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह भी कहा जा रहा है कि होटल में हंगामे के दौरान लोकल पुलिस ऑफिसर और विधायक के बीच हाथापाई हुई, जिसके बाद नितिन को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मुंबई जाने के लिए मांगी मदद
सूरत के स्थानीय शिवसेना नेता परेश खेर ने मीडिया को बताया कि नितिन देशमुख होटल से निकलकर एक चौराहे पर आए, जहां उन्होंने हम लोगों से मुंबई जाने के लिए मदद मांगी। हम लोग जब तक चौराहे पर पहुंचे, तब तक उन्हें पुलिस पकड़कर होटल ले जा रही थी। हम लोग भी उनके पीछे-पीछे चल दिए, लेकिन होटल के बाहर हमें रोक दिया गया।
शिवसेना सांसद संजय राउत बोले, 9 विधायकों का किया गया अपहरण
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि नितिन देशमुख को सूरत की होटल में हर्ट अटैक आया है, लेकिन भाजपा के लोग उन्हें बंधक बनाकर रखे हुए हैं। राउत ने आगे कहा- उनके 9 विधायकों का अपहरण कर लिया गया है। पुलिस इस मामले की पूरी जांच करेगी। 9 विधायक वापस मुंबई आना चाहते हैं, लेकिन उन्हें वापस नहीं आने दिया जा रहा है।