New Delhi news : ओल्ड राजेन्द्र नगर स्थित राव कोचिंग सेंटर हादसे मामले में पुलिस ने पांच और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मध्य जिले के डीसीपी एम. हर्षवर्द्धन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में हुई घटना के मामले में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किये गये लोगों में बेसमेंट का मालिक और एक व्यक्ति शामिल है, जिसने तेज रफ्तार में थार गाड़ी चलायी थी, जिससे इमारत के गेट को नुकसान पहुंचा था। पुलिस अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। डीसीपी का कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है।
सोमवार को एमसीडी ने राजेंद्र नगर में अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चलवाया। इस बीच एलजी वीके सक्सेना भी मौके पर पहुंचे। एलजी के पहुंचते ही छात्रों ने मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिये। नारेबाजी के बीच एलजी वापस लौट गये। इसके साथ ही राजेन्द्र नगर हादसे मामले में करोल बाग जोन के वर्क्स विभाग में कार्यरत असिस्टेंट इंजीनियर विश्राम मिश्रा के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गयी है। इसके चलते करोल बाग जोन डीसी की ओर से उनको फिलहाल तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। इससे सम्बन्धित सूचना एडिशनल कमिश्नर करोल बाग जोन को भी भेज दी गयी है।
एमसीडी कमिश्नर व दिल्ली सरकार के बड़े नेता को मौके पर बुलाने पर आज भी अड़े छात्र
शनिवार रात से लेकर अभी तक सैकड़ों की संख्या में कोचिंग कर रहे छात्र इकट्ठा होकर प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों ने पुलिस व दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सोमवार की सुबह डीयू व जेएनयू से भी भारी संख्या में हाथों में तख्ती लेकर स्टूडेंट राजेन्द्र नगर पहुंचे।
जब रहेंगे ही नहीं जिन्दा, तो कौन देखेगा सपना
राजेन्द्र नगर कोचिंग इंस्टिट्यूट में हुए हादसे के बाद बाहर लगातार छात्र विरोध कर रहे हैं। पुलिस ने बिल्डिंग को बैरिकेड लगा कर बंद कर दिया है और स्टूडेंट जो धरने पर बैठे हुए हैं, उनको लगातार समझाने की कोशिश कर रही है। स्टूडेंट का आरोप है कि जब तक उन्हें यह कंफर्म नहीं हो जायेगा कि डेथ कितनी हुई है और मृतक के परिवारवालों को सही मुआवजा नहीं मिला, तब तक वे धरना-प्रदर्शन जारी रखेंगे। उल्लेखनीय है कि एमसीडी ने इस मामले में 13 कोचिंग सेंटर के बेसमेंट को सील कर दिया है और लगातार आगे भी छानबीन कर रही है।